‘बस सुविधा आवास चाहिए, इलाज कौन करेगा?’, वापस जा रहा था मरीज, स्वास्थ्य कर्मियों पर भड़क उठे मंत्री

‘बस सुविधा आवास चाहिए, इलाज कौन करेगा?’, वापस जा रहा था मरीज, स्वास्थ्य कर्मियों पर भड़क उठे मंत्री

उत्तर प्रदेश में कन्नौज जिला अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल जानने पहुंचे राज्यमंत्री असीम अरुण ने स्वास्थ्य कर्मियों को फटाकर लगाई. बिना इलाज के वापस लौट रहे मरीज के बात करने के बाद असीम अरुण गुस्सा हो गए. असीम अरुण ने स्वास्थ्य कर्मियों को कहा कि आप लोगों को बस सुविधा आवास चाहिए. मरीज के इलाज से कोई मतलब नहीं.

यूपी के कन्नौज जिले में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, लेकिन अस्पताल में एक मरीज तेज बारिश के बीच बिना इलाज कराए ही वापस जाने लगा, तभी रास्ते में वह असीम अरुण से टकरा गया. इसके बाद मरीज ने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी, तभी पास खड़ी एक महिला स्वास्थ्य कर्मी ने उसको कुछ कहा तो मंत्री असीम अरुण को गुस्सा आ गया.

राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने कहा कि आप लोगों को मरीजों को तो देखना नहीं, बस अपना स्वार्थ देखना है. मंत्री की फटकार से स्वास्थ्य कर्मी सहम गए. उन्होंने स्वास्थ्य कर्मी से कहा कि सैलरी आवास, सैलरी आवास करना है. अपने स्वार्थ के आगे मरीजों की चिंता नहीं है. इसके बाद असीम अरुण ने खुद मरीज को अपने हाथों से उसको और उसके परिजनों को वार्ड में समझा-बुझाकर भिजवाया.

जिला अस्पताल का किया औचक निरीक्षण

स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की हकीकत जानने के लिए राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने शाम करीब 4:00 बजे जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को बारीकी से समझा और कुछ कमियों को मिलने पर उनको तत्काल दूर करने के निर्देश भी दिए. वहीं कुपोषित बच्चों के वार्डों में जाकर उनका हाल जाना. निरीक्षण के बाद मंत्री असीम अरुण जिला अस्पताल के मुख्य द्वार पर जैसे ही बाहर आए, तभी तेज बारिश के कारण वह रुक गए.

मरीज के परिजनों ने मंत्री से की शिकायत

अचानक से वीलचेयर पर एक मरीज जाता है उनको दिख गया, जिसको मंत्री असीम अरुण ने रोक लिया. मरीज के साथ आए उसके परिजनों ने बताया कि मरीज को इलाज नहीं मिल रहा है, जिस कारण हम उसको अपने साथ लिए जा रहे हैं, तभी पास में एक महिला स्वास्थ्य कर्मी ने मंत्री असीम अरुण से कुछ कहा. इसके बाद मंत्री असीम अरुण को गुस्सा आ गया. उन्होंने जोरदार फटकार लगाते हुए स्वास्थ्य कर्मी को कहा कि सिर्फ अपना स्वार्थ दिखता है, मरीज नहीं दिखाई देते. बिना इलाज के मरीज बाहर चले जा रहे हैं. इसकी जिम्मेदारी कोई नहीं ले रहा. यह मेरे सामने जब ऐसा हो रहा है तो पीठ पीछे क्या होता होगा.

मरीज को वार्ड में भर्ती करवाया

मंत्री की फटकार सुन स्वास्थ्य कर्मी सहम गए. मंत्री ने कहा कि सैलरी आवास, सैलरी आवास करते हैं, लेकिन अपनी नैतिक जिम्मेदारी कोई नहीं लेता. मरीजों की देख-रेख, मरीजों की जिम्मेदारी से किसी को कोई लेना-देना नहीं है. वहीं मंत्री ने मरीज के परिजनों से बात की और खुद उनको यह भरोसा दिलाया कि आपके मरीज को पूरा इलाज मिलेगा. आप उसको उसके वार्ड में लेकर जाइए. मंत्री ने पीड़ित मरीज के परिजनों को समझा-बुझाकर उनको वार्ड में भिजवाया. उसके बाद मंत्री असीम अरुण वहां से नाराज होकर चले गए. वहीं पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री असीम अरुण ने कहा कि जिला अस्पताल में कुछ कमियां पाई गई हैं. उसको सही करने के निर्देश दे दिए हैं.