Stock Market Outlook: मानसून की गरज, एफआईआई के पैसे की चमक, ये 5 बातें तय करेंगी बाजार की चाल
बीते शुक्रवार को शेयर बाजार में तेजी रही, निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ही रिकॉर्ड हाई लेवल पर बंद हुए. अब अगले हफ्ते बाजार की चाल इन 5 फैक्टर पर निर्भर करेगी. चलिए समझते हैं...
बीता हफ्ता भारतीय शेयर बाजार के लिए बेहतरीन रहा. शुक्रवार यानी 16 जून को निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ही रिकॉर्ड ऊंचाई पर रहे. शेयर बाजार की ये बढ़त इस हफ्ते भी जारी रह सकती है. आने वाले हफ्ते में बाजार निवेशकों को अच्छा मुनाफा मिलने की भी उम्मीद है, हालांकि बाजार की चाल तय करने में ये 5 बड़े फैक्टर काम करेंगे.
अगले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं. प्रधानमंत्री का ये दौरा अहम रहने वाला है, इस दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात हो सकती है. इसके अलावा कई और फैक्टर बाजार को प्रभावित कर सकते हैं.
मानसून और एफआईआई सब तय करेंगे बाजार की चाल
अगले हफ्ते शेयर बाजार पर असर डालने वाली ये 5 वजहें अहम हैं. एक नजर डालते हैं…
- पीएम मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका में होंगे. इस दौरान अमेरिका के अपने अधिकतर बिजनेस चीन से बाहर शिफ्ट करने को लेकर चर्चा हो सकती है. पीएम मोदी यहां अमेरिकी कांग्रेस के जॉइंट सेशन को संबोधित करेंगे, साथ ही ई बिजनेस लीडर से मिलेंगे. अगर किसी बड़ी बिजनेस डील पर सहमति बनती है तो इसका असर बाजार में दिखेगा.
- देश में इस साल मानसून देरी से पहुंचा है, लेकिन अगले हफ्ते तक इसके देशभर में पहुंचने की उम्मीद है. तब तक बिपरजॉय चक्रवात के तूफान का असर भी कम हो जाएगा. इससे मार्केट सेंटीमेंट पर फर्क पड़ सकता है. भारत में मानसून पर नजर रखने की वजह ज्यादातक खेती-बाड़ी का इस पर निर्भर होना और उसका महंगाई पर पड़ने वाला असर है.
- भारत अपनी जरूरत का लगभग 80 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों का असर बाजार की धारणा पर पड़ता है. बीते हफ्ते भी ब्रेंट कच्चे तेल और वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल की कीमतों में तेजी देखी गई . इसके भाव 2.4 प्रतिशत तक बढ़ गए.
- विदेशी पोर्टफोलियो इंवेस्टर्स ( एफआईआई) और घरेलू इंस्टीट्शनल इंवेस्टर्स (डीआईआई) ने हाल में शेयर बाजार में जमकर पैसा लगाया है. एफआईआई ने 6644 करोड़ रुपये और डीआईआई ने 1320 करोड़ रुपये आने वाले हफ्ते में भी ये रूझान दिख सकता है. इसकी वजह देश स्टॉक मार्केट में तेजी देखने को मिल सकती है.
- इन सबके अलावा वैश्विक बाजारों के संकेत से भी घरेलू बाजार पर असर दिख सकता है. अगले हफ्ते कई देशों के इकोनॉमिक डेटा आने हैं. वहीं फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जीरोम पॉवेल अमेरिकी संसद में एक अहम बयान देने वाले हैं. इसका असर भारत के शेयर बाजार पर दिख सकता है.