चाइनीज लोन ऐप का मकड़जाल, आपत्तिजनक फोटो का कर रही इस्तेमाल

चाइनीज लोन ऐप का मकड़जाल, आपत्तिजनक फोटो का कर रही इस्तेमाल

चाइनीज लोन ऐप्स का मकड़जाल फैलता ही जा रहा है. हाल ही में खुलासा हुआ है कि ये चीनी लोन कंपनियां लोन की भरपाई के लिए और लोगों की गंदी फोटो बनाने के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स को नौकरी पर रखते हैं. जिसके बाद उनका असली काम शुरू होता है. ये सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स लोगों की फोटो को मॉर्फ़ करने के लिए AI का इस्तेमाल करते हैं.

इंस्टेंट लोन ऐप्स से लोन लेना लोगों को भारी पड़ रहा है. इंस्टेट लोन ऐप को आम बोलचाल की भाषा में चाइनीज लोन ऐप कहते हैं. इसका जाल फैलता ही जा रहा है, जिसमें फंसकर लोग आत्महत्या तक कर रहे हैं. हाल ही में एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चाइनीज लोन ऐप्स कंपनियां वसूली के लिए अब सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स को बतौर एजेंट्स हायर कर रही हैं. यही नहीं, ये एआई के जरिए कर्ज लेने वाले की न्यूड फोटो बनाते हैं और सोशल मीडिया पर अपलोड कर देते हैं और ब्लैकमेलिंग शुरू करते हैं.

इसके बाद उनके रिश्तेदारों, पड़ोसियों और दोस्तों को भेजते हैं. उन्हें ब्लैकमेल करके वसूली की जाती है. चीन की ये लोन कंपनियां भारत समेत एशिया, अफ्रीका और लैटीन अमेरिका के 14 देशों में सक्रिय हैं. भारत में अब तक लोन कंपनियों की वसूली की वजह से ज्यादातर लोगों ने आत्महत्या कर ली है.

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AI का कर रहे इस्तेमाल

चाइनीज लोन कंपनियां वसूली करने के लिए अपने यहां सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स को हायर कर रही हैं. जिनसे फिर वो लोगों की न्यूड फोटो और वीडियो बनवाते हैं. इस काम को करने में AI इनकी मदद करता है. आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की मदद से लोगों की वीडियो और फोटो बनाना काफी आसान हो जाता है. इसके बाद लोन एप कंपनियां लोगों के रिश्तेदारों, दोस्तों, ऑफिस हर जगह ये फोटो भेजते हैं. साथ ही लोन लेने वाले व्यक्ति को भी ब्लैकमेल करते हैं, कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो वो उनकी न्यूड फोटो किसी के साथ जोड़कर उन्हें बदनाम करेंगे.

इससे भी काम नहीं बना तो दी गालियां

लोन देने वाले ऐप उगाही के लिए थर्ड पार्टी कॉल सेंटर का सहारा लेते हैं. बीबीसी इन्वेस्टिगेशन की हाल ही कि एक डाक्यूमेंट्री में कॉल सेंटर के अंदर की हकीकत को भी बेहद बारीकी से दिखाया गया है. इसके लिए कॉल सेंटर में काम कर चुके एक शख्स को अंडरकवर भेजा गया. करीब डेढ़ महीने तक उसने दो कॉल सेंटर्स में काम किया. इस दौरान वहां चल रही हलचल को रिकॉर्ड किया. पड़ताल में सामने आया कि कॉल सेंटर में काम करने वाले लोग पहले तो प्यार से बात करते हैं. लेकिन ऐसा दो से तीन बार ही होता है. उसके बाद ये लोग गाली-गलौज पर उतर आते हैं. बीबीसी की पड़ताल के मुताबिक, कॉल सेंटर वाले यहां तक कहते हैं कि अगर लोन नहीं चुका सकते तो अपनी बहन को बेच दो. घर बेच दो. जमीन बेच दो. बीबीसी का ख़ुफ़िया कैमरा नोएडा के जिस कॉल सेंटर के पहुंचा था, वहां के एचआर मैनेजर विशाल चौरसिया लोन उगाही के लिए किसी भी हद तक जाने का जिक्र करते हैं.