नोएडा वालों की मौज…अब नहीं लगेगा बिजली बिल का झटका, करना होगा बस ये काम
क्या आप भी बिजली के बढ़ते बिल से परेशान हैं? लेकिन अगर आप ग्रेटर नोएडा में रहते हैं तो आप चैन की सांस ले सकते हैं. नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड बहुत जल्द एक ऐसा प्रोग्राम शुरू करने जा रही है, जो लोगों के बिजली बिल को बेहद कम कर देगा.
क्या आप भी गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) के ग्रेटर नोएडा एरिया में रहते हैं? क्या बिजली का बढ़ता बिल आपको परेशान करता है? तो बहुत जल्द आपको खुशखबरी मिल सकती है. आने वाले दिनों में नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड (NPCL) ऐसा प्रोग्राम शुरू करने जा रही है, जो आम कंज्यूमर को उनका बिजली बिल घटाने में मदद करेगा. इसके लिए एनपीसीएल ने नॉर्वे की सरकार के साथ समझौता किया है.
दरअसल नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड (एनपीसीएल) ग्रेटर नोएडा में नॉर्वे सरकार के साथ मिलकर एक ‘डिमांड रिस्पांस प्रोग्राम’ शुरू करने जा रही है. ये प्रोग्राम एक पॉयलट प्रोजेक्ट होगा.
ऐसे होगा बिजली बिल कम
आजकल की दुनिया में बिजली खर्च का मैनेजमेंट करने के लिए ‘डिमांड रिस्पांस’ का इस्तेमाल किया जाता है. ये एनर्जी मैनेजमेंट का एक अहम और आधुनिक कंपोनेंट है. ये बिजली कंज्यूमर्स को पीक डिमांड आवर्स के दौरान जहां एक्टिव तरीके से बिजली खपत मैनेज करने की सुविधा देता है.
वहीं दूसरी तरफ कस्टमर्स को उनकी पीक आवर्स बिजली डिमांड को ऑफ पीक आवर्स में शिफ्ट करने में मदद करता है. इससे बिजली के ग्रिड को संतुलित रखने में मदद मिलती है और संभावित ब्लैकआउट के खतरे से बचाव होता है.
‘डिमांड रिस्पांस’ के हिसाब से कुछ योग्य कंज्यूमर्स को बाद में उनका बिजली बिल कम करने की भी सुविधा मिलती है. इसका चयन इस बात से होता है कि डिमांड रिस्पांस प्रोग्राम के दौरान उन्होंने कितनी सक्रियता से इसमें भाग लिया.
ऐसे उठा सकते हैं प्रोग्राम का फायदा
इस प्रोग्राम में सिर्फ ग्रेटर नोएडा के कस्टमर हिस्सा ले सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले उन्हें एनपीसीएल के कस्टमर केयर सेंटर पर खुद को इस प्रोग्राम के लिए रजिस्टर कराना होगा. एनपीसीएल के नॉलेज पार्क-1 स्थित सेंटर पर इसके लिए रजिस्ट कराया जा सकता है.
ये पायलट प्रोजेक्ट 2025 तक जारी रहेगा. इस पायलट परियोजना से हासिल होने वाली जानकारी राज्य के बिजली नियामक आयोग को भेजी जाएगी. उसके बाद सभी कस्टमर्स के लिए नियम और कायदे तय होंगे.