Adani का बड़ा खुलासा, नहीं होगा कंपनियों का ऑडिट, मीडिया रिपोर्ट को बताया अफवाह
Adani Enterprises ने एक बयान में कहा कि हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह न्यूज पूरी तरह से फेक और अफवाह से ओतप्रोत है. इसलिए इस पर टिप्पणी करना हमारे लिए अनुचित होगा.
भारतीय कारोबारी गौतम अडानी के ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी Adani Enterprises ने बड़ा खुलासा किया है. कंपनी ने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि ग्रुप हिंडनबर्ग हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Research Report) पर किसी तरह का इंडिपेंडेंट ऑडिट नहीं कराने जा रहा है. कंपनी ने कहा कि ऑडिट कराने के लिए ग्रांट थॉर्नटन को हायर करने वाली खबर पूरी तरह से अफवाह है. अडानी ग्रुप की कंपनी ने इस बात की जानकारी खुद स्टॉक एक्सचेंजों को दी है. कंपनी ने एक बयान में कहा कि हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह न्यूज पूरी तरह से फेक और अफवाह से ओतप्रोत है. इसलिए इस पर टिप्पणी करना हमारे लिए अनुचित होगा.
अडानी ग्रुप से मांगा गया था स्पष्टीकरण
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के बाद एक्सचेंजों ने कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा था कि अडानी ग्रुप ने अपनी कुछ कंपनियों के स्वतंत्र ऑडिट के लिए अकाउंटेंसी फर्म ग्रांट थॉर्नटन को नियुक्त किया था ताकि अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए हानिकारक आरोपों से छुटकारा मिल सके और निवेशकों और नियामकों को आश्वस्त किया जा सके. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बताया कि ऑडिट मुख्य रूप से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) जैसे नियामकों को दिखाने के लिए था कि ग्रुप के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और ग्रुप की सभी कंपनियां कानून के दायरे में काम कर रही हैं. कथित तौर पर ऑडिट विशेष रूप से धन के किसी भी दुरूपयोग को देखने के लिए था.
करीब 120 बिलियन डॉलर का नुकसान
गृह मंत्री ने मंगलवार को विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि अडानी ग्रुप के विवाद पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी के पास छिपाने या डरने के लिए कुछ भी नहीं है. यूएस शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया था कि सरकार की मदद से देश के कारोबारी को कम समय में बड़ा फायदा हुआ है. हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी की रिपोर्ट के बाद से अडानी ग्रुप की सात सूचीबद्ध कंपनियों के मार्केट कैप से करीब 120 बिलियन डॉलर हवा हो चुके हैं. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि ऑफशोर टैक्स हेवन और स्टॉक में हरफेर किया गया है. अडानी ग्रुप ने आरोपों का खंडन करने के साथ हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी दी है.
अमित शाह ने किया था क्रोनी कैपिटलिज्म के आरोपों का खंडन
मोदी के बाद भारत के सबसे शक्तिशाली राजनेता माने जाने वाले अमित शाह ने कहा ने एक इंटरव्यू में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है. एक मंत्री के रूप में, अगर सुप्रीम कोर्ट मामले पर विचार कर रहा है तो मेरे लिए टिप्पणी करना सही नहीं है. शाह ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का जिक्र करते हुए कहा, “लेकिन इसमें भाजपा के लिए छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और डरने की कोई बात नहीं है. उन्होंने क्रोनी कैपिटलिज्म के आरोपों का खंडन किया और विपक्ष को सबूत होने पर अदालत जाने का सुझाव दिया.