एक हफ्ते में बाजार का रुख बदलने की तैयार अडानी, जानें क्या खेला मास्टरस्ट्रोक
बार्कलेज, बीएनपी परिबास, डीबीएस बैंक, ड्यूश बैंक, अमीरात एनबीडी कैपिटल, आईएनजी ग्रोप एनवी, एमयूएफजी, मिजुहो, एसएमबीसी निक्को और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक कॉल का आयोजन कर रहे हैं.
Gautam Adani ने बाजार रुख बदलने के लिए अपना मास्टरस्ट्रोक खेल दिया है. अगले एक हफ्ते में स्थितियां अडानी ग्रुप (Adani Group) के लिए अनुकूल दिखाई दे सकती हैं. जी हां, अडानी ग्रुप की दो कंपनियों अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी ट्रांसमिशन की ओर से विदेशी बैंकों का एक ग्रुप अगले सप्ताह फिक्स्ड इनकम इंवेस्टर्स के साथ बैठकें कर रहे हैं.
मामले से परिचित एक व्यक्ति के अनुसार, कॉल 16 फरवरी और 21 फरवरी को निर्धारित हैं. बार्कलेज, बीएनपी परिबास, डीबीएस बैंक, ड्यूश बैंक, अमीरात एनबीडी कैपिटल, आईएनजी ग्रोप एनवी, एमयूएफजी, मिजुहो, एसएमबीसी निक्को और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक कॉल का आयोजन कर रहे हैं. यह स्पष्ट नहीं है कि बैठकों के दौरान क्या चर्चा होगी.
अडानी कंपनियों ने फाइलिंग में क्या कहा?
यह घोषणा तब की गई है जब अडानी ग्रुप की कंपनियों ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि कंपनियां अब मटीरियल रीफाइनेंस रिस्क का सामना नहीं कर रहा है. साथ निकट अवधि की लिक्विडिटी की भी कोई जरुरत नहीं है. कंपनी के पास नियर फ्यूचर में मैच्योर होने वाला कोई महत्वपूर्ण लोन भी नहीं है. हाल ही में अडानी ग्रुप की कई कंपनियों के तिमाही नतीजे सामने आए हैं. खासकर अडानी इंटरप्राइजेज के नतीजों ने अडानी ग्रुप में फिर से जान फूंकने का काम किया है. मंगलवार और बुधवार दोनों दिनोंमें अडानी इंटरप्राइजेज के शेयरों में इजाफा आया है. ऐसे में बैंकों और निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए गौतम अडानी कोई कसर छोड़ने को तैयार नहीं है.
55 फीसदी नीचे जा चुका है ग्रुप
जब से अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आई है, तब से अडानी ग्रुप के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. अडानी ग्रुप को 24 जनवरी के बाद से 120 अरब डॉलर के मार्केट कैप का नुकसान हो चुका है. आंकड़ों के अनुसार अडानी ग्रुप इस दौरान करीब 55 फीसदी डाउन है. जिसकी वजह से निवेशकों का विश्वास अडानी ग्रुप से कम हुआ है. आपको बता दें हाल ही में अडानी इंटरप्राइजेज के तिमाही नतीजे सामने आए थे और उसमें कंपनी ने 820 करोड़ रुपये का प्रॉफिट दर्ज किया है. जबकि एक साल पहले समान अवधि में कंपनी को 1163 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.