देश की 75% आबादी मांसाहारी, फिर भी प्रोटीन की कमी, जल्द लॉन्च होगा ये बड़ा अभियान
भारत की 75 प्रतिशत आबादी मांसाहारी है, लेकिन इसके बावजूद एक बड़ी आबादी प्रोटीन की कमी से जूझ रही है. ऐसे में खाने की प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने को लेकर बहुत जल्द एक बड़ा जागरुकता अभियान शुरू किया जाएगा.
हाल में देश के राष्ट्रीय परिवार स्वास्थय सर्वेक्षण में ये बात सामने आई कि देश की करीब 75 प्रतिशत आबादी मांसाहारी है. जबकि कई अनय अध्ययन इशारा करते हैं कि देश की करीब इतनी ही आबादी प्रोटीन की कमी से जूझ रही है. ऐसे में भारतीयों के बीच खाने में प्रोटीन की मात्रा को लेकर बहुत जल्द एक बड़ा अभियान शुरू किया जाना है.
‘Right To Protein’ इसी बात को ध्यान में रखते हुए हर साल 27 फरवरी को सालाना प्रोटीन डे मनाता है. इस साल के प्रोटीन डे की थीम ‘Easy Access to Protein for All’ रखी गई है.
प्लांट बेस्ड फूड इंडस्ट्री एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक संजय सेठी का कहना है कि लोगों के बीच जागरुकता की कमी के चलते भारत में हमेशा से प्रोटीन लोगों के भोजन का उतना अहम हिस्सा नहीं रहा है. इसलिए इस अभियान का मकसद लोगों तक प्रोटीन की आसान पहुंच उपलब्ध कराना और उन्हें प्लांट प्रोटीन को उनके आहार में शामिल करने के लिए प्रेरित करना है.
उन्होंने कहा कि प्रोटीन डे के मनाने से लोगों के बीच उनके हर खाने में प्रोटीन की सही मात्रा को शामिल करने की समझ बढ़ेगी.
भारतीयों में प्रोटीन की कमी
इंटरनेशनल एग काउंसिल के अध्यक्ष सुरेश चित्तूरी ने कहा कि हालिया राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के मुताबिक देश की 75 प्रतिशत आबादी मांसाहारी है. लेकिन कई अन्य अध्ययन बताते हैं कि करीब इतनी ही भारतीय आबादी प्रोटीन डेफिशिएंसी से जूझ रही है. इसलिए इस साल हमारा मकसद प्रोटीन डे के दिन लोगों को प्रोटीन के उपयोग के बारे में समझाना है.
Right To Protein का दावा है कि इस दिशा में काम करने वाली वह भारत की पहली पहल है. हमारा मकसद देश के लोगों को प्रोटीन की सही मात्रा लेने के लिए प्रोत्साहित करना है.