लॉस्ट डिकेड से इंडियाज डिकेड तक… सियासत के पिच पर मोदी ने फिर खींची बड़ी लकीर

लॉस्ट डिकेड से इंडियाज डिकेड तक… सियासत के पिच पर मोदी ने फिर खींची बड़ी लकीर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को जब लोकसभा में विपक्ष के हमलों का एक एक कर जवाब दे रहे थे, तब वो साथ ही पिछले 9 सालों में अपनी सरकार के किए कामों को भी गिना रहे थे. इसके साथ ही वो मैसेज दे रहे थे कि ये ही सरकार भारत के भविष्य को संवारेगी.

पीएम मोदी सियासी पिच पर अपने भाषणों के जरिए एक बार फिर बड़ी लकीर खींचते नजर आए. पीएम मोदी ने आकंड़ों के जरिए अपनी सरकार को शोषित, वंचित, दलित और आदिवासी सहित महिलाओं के लिए काम करने वाली सरकार बताकर पूरी बाजी पलटने का प्रयास किया. इस मौके पर पीएम ने यूपीए के दस सालों की सरकार को ‘घोटाले का दशक’ करार देकर आक्रामक कांग्रेस को डिफेंसिव करने का भी प्रयास किया. जाहिर है पीएम मोदी ने अपने 85 मिनट के भाषण में अपनी सरकार को भ्रष्टाचार मुक्त और कल्याणकारी बताकर 140 करोड़ जनता से जोड़ने का जोरदार प्रयास किया. लेकिन इस प्रयास में पीएम ने विपक्ष को कटघरे में खड़ा तो किया लेकिन सवालों के सीधे जवाब से बचते नजर आए.

सर्वजन हिताय की सरकार साबित करने के पीछे के सियासी मायने?

कांग्रेस एक कॉरपोरेट की मदद करने का गंभीर आरोप पीएम और उनकी सरकार पर लगा रही थी. इसलिए प्रधानमंत्री ने कल्याणकारी योजनाओं की लंबी फेहरिस्त गिनाकर अपनी सरकार को लोगों की सरकार बनाने के प्रयासों पर भरपूर जोर दिया. इस कड़ी में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 3 करोड़ झुग्गी में रहने वालों को घर, 9 करोड़ लोगों को मुफ्त गैस, 11 करोड़ लोगों को शौचालय और 8 करोड़ लोगों को नल जल योजना और 2 करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से मिले लाभ का विशेष तौर पर जिक्र किया.

दरअसल पीएम ने आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद करोड़ों लोगों की गरीबी को मिटाए जाने के लिए उठाए गए प्रयासों का हवाला देकर अपनी सरकार को पिछड़े, अतिपिछड़े और वंचितों की सरकार बताने का प्रयास किया. इस कड़ी में 11 करोड़ किसानों का जिक्र भी था जिनके खातों में हर साल तीन दफा पैसे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए सीधा ट्रांसफर होता है. जाहिर है पीएम अपनी सरकार को 140 करोड़ लोगों की सरकार बताकर उन्हें सुरक्षा कवच करार दे रहे रहे थे. मतलब साफ था कि कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों को आकंड़ों के जरिए जवाब देकर पीएम मोदी एक कॉरपोरेट को मदद करने के आरोप को सिरे से खारिज कर रहे थे.

महिलाओं और आदिवासियों को साधने की जोरदार कोशिश?

उज्जवला गैस योजना के तहत पीएम मोदी 11 करोड़ घरों में गैस पहुंचाने में कामयाब रहे हैं. पीएम मोदी के भाषण में सैनिटरी पैड का विशेष तौर पर जिक्र करोड़ों महिलाओं के जीवन से जुड़ी परेशानियों का जिक्र था, जिस बंधनों में गरीब महिलाएं सालों फंसी रहती थी. पीएम मोदी ने महिलाओं की परेशानी को दूर करने को लेकर पानी और कैरोसिन की परेशानी का भी जिक्र किया जिसका समाधान नल जल योजना और उज्जवला योजना के जरिए मोदी सरकार ने दूर करने का प्रयास किया है.

इस कड़ी में 9 करोड़ महिलाओं को सेल्प हेल्प ग्रुप से जोड़कर पीएम महिला सशक्तिकरण पर सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का हवाला बड़ी साफगोई से दे गए. इस मौके पर एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाने का जिक्र विशेष तौर पर कर वंचित समाज की महिलाओं के लिए मोदी सरकार द्वारा किए गए कई प्रयासों में अहम बताकर उन्हें साधने का प्रयास सदन के पटल से किया गया. महिलाओं के सम्मान से शौचालय को जोड़कर ‘इज्जत घर’ की संज्ञा देते हुए पीएम ने आधी आबादी को साधने की कोशिश ये कहते हुए की कि पीएम मोदी की सरकार महिलाओं की समस्या को लेकर बेहद संजीदा है.

जाहिर है आठ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी ने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का हवाला देकर साधने का जोरदार प्रयास किया है. लेकिन पीएम एक तरफ अपनी सरकार का उदार चेहरा पेश कर रहे थे वहीं विपक्षी कांग्रेस को आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई सरकार बताकर कटघरे में खड़ा करने का मौका भी नहीं छोड़ा.

भ्रष्ट और कमजोर सरकार बताकर अपनी सरकार को मजबूत सरकार बताने का किया जोरदार प्रयास

पीएम मोदी ने टूजी, कैश फॉर वोट, कॉमनवेल्थ गेम्स के घोटालों की बात कर कांग्रेस को घेरने की भरपूर कोशिश की. कांग्रेस के दस साल के शासन को लॉस्ट डिकेड (Lost Decade) करार देकर असफल सरकार बताया. वहीं आने वाले 2030 को India’s Decade करार देकर अपनी सरकार के नेतृत्व में देश का भविष्य बेहतरीन करार दिया है. इस मौके पर भारत की आर्थिक प्रगति की तरफ भी लोगों का ध्यान खींचा जिसके तहत 90 हजार स्टॉर्टअप्स की बात कर देश के बेहतर भविष्य का भी ब्यौरा दिया गया है. पीएम मोदी को भाषणों में डिजिटल इंडिया, भारतीय वैक्सीन से लेकर भारत के मैनुफैक्चरिंग हब बनने की चर्चा कर देश के बेहतर भविष्य की ओर ध्यान आकृष्ट करना था.

मतलब साफ था की राहुल गांधी भारत जोड़ों यात्रा पिछले दिनों कश्मीर में संपन्न कर लौटे हैं, उन्हें ये याद दिलाया गया कि श्रीनगर में तिरंगा फहराने के लिए माकूल वातावरण उनकी सरकार के प्रयासों से ही संभव हो पाया है. आतंकवाद को कुचलने से लेकर आर्थिक तरक्की के रास्ते में किए गए प्रयासों से देश को आगे बढ़ाने के गंभीर प्रयासों का जिक्र कर पीएम ने खुद को देश के लिए पूरी तरह समर्पित बताकर सदन में बैठे पार्टी के सांसदों का भरपूर दिल जीता.

जाहिर है पीएम मोदी पर आरोप एक कॉरपोरेट को मदद करने का था लेकिन गरीबों, वंचितों, शोषितों और महिलाओं के लिए किए गए प्रयासों को गिनाकर पीएम मोदी ने बाजी पलटने का भरभूर प्रयास किया. इस कड़ी में सशक्त भारत को बनाने के सपने को फलीभूत करने के अपने प्रयास को बताकर देश के लिए समर्पण का भाव बताने से नहीं चूके.