Prayagraj: ट्रेन पकड़ी, 1300km दूर चले गए… मां ने क्रिकेट खेलने से रोका तो घर से भागे बच्चे

Prayagraj: ट्रेन पकड़ी, 1300km दूर चले गए… मां ने क्रिकेट खेलने से रोका तो घर से भागे बच्चे

प्रयागराज के हडिंया थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन बच्चे बस इस वजह से घर से भाग गए, क्योंकि उनकी मां ने क्रिकेट खेलने से रोक दिया था. बच्चों ने पिता की जेब से 600 रुपए निकाले. फिर हडिंया से ट्रेन पकड़कर गुजरात के सूरत पहुंच गए, लेकिन कुछ दिन बाद वापस फिर प्रयागराज आ गए, जहां पुलिस ने उन्हें बरामद कर लिया.

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के कुराकाठ गांव में एक घर के तीन बच्चे लापता हो गए. एक साथ तीन बच्चों के लापता होने की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया. काफी खोजबीन के बाद भी बच्चों का कुछ पता नहीं चल सका. इसके बाद परिवार वालों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम एक्टिव हुई और 48 घंटे में ही बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया. इस दौरान पुलिस ने जब बच्चों से घर से भागने का कारण पूछा तो बच्चों ने जो बताया, उसे सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई.

मामला हंडिया थाना क्षेत्र के कुराकाठ गांव का है. गांव निवासी सूरज यादव ने हंडिया थाने में लिखित तहरीर दी देकर बताया था कि उसके घर के तीन बच्चे शिवपाल यादव (8), रणविजय यादव (13) और उनका चचेरा भाई अंकित यादव (13) घर से लापता हो गए हैं. काफी खोजबीन की गई, लेकिन तीनों का कहीं पता नहीं चल रहा है. सूरज यादव की तहरीर मिलते ही पुलिस तुरंत ‘ऑपरेशन मुस्कान’ व ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ के माध्यम से बच्चों की खोजबीन में जुट गई. पुलिस ने 6 टीमें गठित कर जगह-जगह पर गुमशुदा तीनों बच्चों के पोस्टर लगवाए. साथ ही CCTV फुटेज भी खंगालने शुरू कर दिए.

मां ने क्रिकेट खेलने के लिए डांटा

गुरुवार सुबह हंडिया थानाध्यक्ष बृज किशोर गौतम के नेतृत्व में बच्चों की खोजबीन में जुटी टीम ने तीनों बच्चों को प्रयागराज जंक्शन से सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस तीनों बच्चों को लेकर हंडिया थाने पर आई और उनके परिजनों को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही बच्चों के परिजन भी थाने पहुंच गए. परिजनों के सामने जब पुलिस ने बच्चों से पूछताछ की तो बड़े बेटे ने बताया कि क्रिकेट खेलने की वजह से मम्मी ने हम लोगों को डांटा था.

परिजनों को सौंपे गए तीनों बच्चे

पुलिस से रणविजय नाम के बच्चे ने बताया कि गुस्से में तीनों ने घर से भागने की सोची. इस पर पापा की जेब से 600 रुपए निकाल लिए और भाई शिवपाल यादव, चचेरे भाई अंकित यादव को साथ लेकर हंडिया रेलवे स्टेशन चला गया. यहां से तीनोें ट्रेन पकड़कर गुजरात सूरत चले गए, लेकिन वहां से वापस फिर प्रयागराज लौट आए. प्रयागराज स्टेशन पर बच्चे फिर पुलिस को मिले गए. एसीपी हंडिया पंकज लवानिया ने बताया कि बच्चे सकुशल हैं. बच्चों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.

(रिपोर्ट- मनीष वर्मा/प्रयागराज)