पंजाब में BJP कभी बहुमत से सत्ता हासिल नहीं कर सकती… बोले सांसद सरबजीत सिंह खालसा

पंजाब में BJP कभी बहुमत से सत्ता हासिल नहीं कर सकती… बोले सांसद सरबजीत सिंह खालसा

पंजाब के बठिंडा में फरीदकोट के सांसद सरबजीत सिंह खालसा और डिब्रूगढ़ जेल में बंद सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने नई पार्टी अकाली दल वारिस पंजाब को लेकर लोग काफी उत्साहित हैं. उन्होंने कहा कि 2022 में लोगों के पास कोई विकल्प नहीं था, न तो पंजाब की जनता कांग्रेस को चुनना चाहती थी और न ही अकाली दल पार्टी को, इसलिए आम आदमी पार्टी को लोगों का समर्थन मिला था.

पंजाब के बठिंडा में फरीदकोट के सांसद सरबजीत सिंह खालसा और डिब्रूगढ़ जेल में बंद सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने आज यानी रविवार (2 मार्च) प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान सरबजीत सिंह खालसा ने कहा कि उनके और सांसद अमृतपाल सिंह द्वारा पिछले दिनों बनाई गई नई पार्टी अकाली दल वारिस पंजाब को लेकर लोग काफी उत्साहित हैं.

उन्होंने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी की बात करें तो 2022 में लोगों के पास कोई विकल्प नहीं था, न तो पंजाब की जनता कांग्रेस को चुनना चाहती थी और न ही अकाली दल पार्टी को चुनना चाहती थी, अन्यथा आम आदमी पार्टी का कोई योगदान नहीं है. सांसद ने कहा कि ऐसे नेताओं को जब सत्ता मिलती है तो राज्य के हालात ऐसे हो जाते हैं जैसे आज हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब में बीजेपी कभी भी बहुमत से सत्ता हासिल नहीं कर सकती.

‘सिखों के मुद्दों को उठाने के लिए किया पार्टी का गठन’

वहीं असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि अकाली दल वारिस पार्टी का गठन सिखों के मुद्दों को उठाने और पंजाब की स्थितियों को सुधारने के लिए किया गया था, जिस पर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जिला स्तर पर मेहनत से काम कर रहे हैं. लोगों का पार्टी को समर्थन मिल रहा है.

‘एसजीपीसी चुनाव की तैयारी कर रही पार्टी’

उन्होंने कहा कि पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को नियुक्त किया जाए. यह निर्णय देश-विदेश से संगत को एकत्रित करके लिया जा सकता है. तरसेम सिंह ने बताया कि एसजीपीसी चुनाव की तैयारी अकाली दल वारिस पंजाब पार्टी की तरफ से भी की जा रही है. अपने बेटे और सांसद अमृतपाल को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार उसे जेल से बाहर नहीं आने दे रही है. उनकी तरफ से अदालत का दरवाजा खटखटाकर कानूनी सहारा लिया जा रहा है क्योंकि अमृतपाल सिंह के जेल में होने के कारण सभी सेवाएं बंद हैं. इससे पहले अमृतपाल सिंह ने सदन की कार्यवाही में शामिल होने के लिए कोर्ट का रुक किया था.