महाराष्ट्र विधानसभा बजट सत्र: शिंदे-फडणवीस ने बताए कौन-कौन से होंगे अहम मुद्दे

महाराष्ट्र विधानसभा बजट सत्र: शिंदे-फडणवीस ने बताए कौन-कौन से होंगे अहम मुद्दे

सोमवार (27 फरवरी) से महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है. यह 24 मार्च तक चलेगा. 9 मार्च को बजट पेश किया जाएगा. विपक्ष से लोकायुक्त विधेयक पास करने में साथ देने की अपील की गई है.

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है. यह सत्र सोमवार (27 फरवरी) से 24 मार्च तक चलेगा. 9 मार्च को बजट पेश किया जाएगा. राज्यपाल रमेश बैस के अभिभाषण से सत्र की शुरुआत होगी. विधानसभा सत्र शुरू होने की पूर्व संध्या (रविवार) को आयोजित चायपान के कार्यक्रम का विपक्ष ने बहिष्कार किया. चायपान के कार्यक्रम में सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस समेत मंत्री और सत्ताधारी दल के विधायक मौजूद रहे. इसके बाद शिंदे-फडणवीस ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.

इस कार्यक्रम में सीएम शिंदे ने विपक्ष पर जमकर कटाक्ष किया. देवेंद्र फडणवीस से सभी पार्टियों से लाकोयुक्त कानून पारित करने के लिए एक साथ आने की अपील की. विपक्ष द्वारा चायपान का बहिष्कार किए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सीएम शिंदे ने कहा ‘उन्होंने चायपान का बहिष्कार किया, यह अच्छा ही हुआ. सत्ता जाने की वजह से विपक्ष हताश हो गया है. इसलिए बहिष्कार की वजह समझी जा सकती है. लोकतंत्र में बहुमत की अहमियत है. हमारी सरकार बहुमत की सरकार है. विपक्ष सकारात्मक मुद्दे उठाए, उस पर चर्चा की जाएगी. इस सत्र में जनता के सवालों को महत्व दिया जाएगा.अटकी हुई योजनाएं हमने शुरू की है. कई योजनाएं शुरू हो चुकी हैं.’

ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र की राजनीति में बढ़ीं सरगर्मियां, बजट सत्र से पहले ही शिंदे चले दिल्ली

‘बजट सत्र में जनता के मुद्दों को महत्व दें, लोकायुक्त कानून पास करवाने में साथ दें’

उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘सत्र में विपक्ष लोकहितों के मुद्दों को उठाएं. उनके मुद्दों का जवाब देने के लिए हम तैयार हैं. इस सत्र में हमारी कोशिश लोकायुक्त विधेयक को पास करवाने की है. सभी पार्टियां मिलकर लोकायुक्त कानून बनने में मदद करें.’

विधानसभा का सत्र हंगामेदार होने की मिल रही है झलक

शिवसेना का नाम और निशान केंद्रीय चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे से लेकर एकनाथ शिंदे को दे दिया है. सुप्रीम कोर्ट में शिंदे-ठाकरे विवाद की सुनवाई 28 फरवरी को होगी. इन सबके बीच सत्ताधारियों और विपक्षी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू है. इसका असर पूरे सत्र में दिखाई देने वाला है. इसी दौरान 2 मार्च को महाराष्ट्र के दो विधानसभा सीटों के लिए उप चुनावों के परिणाम आएंगे. ईसी दौरान 14 मार्च से सरकारी कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे दी है. यानी इस बार विधानसभा का सत्र काफी हंगामेदार होने वाला है. विपक्ष के पास सरकार पर हमले करने के लिए सारे हथियार मौजूद हैं.

ये भी पढ़ें- शादी हुई तो मेरी वजह से, बच्चा हुआ तो, श्रेय की लड़ाई में फडणवीस ने की उद्धव की खिंचाई