संदेशखाली को बड़ा मुद्दा बना रही है BJP, राष्ट्रीय अधिवेशन में राजनीतिक प्रस्ताव पास, ममता का पलटवार
संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार के मुद्दे को भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा मुद्दा बना रही है. बीजेपी के अखिल भारतीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भाषण में भी संदेशखाली का जिक्र आया. सत्र में जो राजनीतिक प्रस्ताव प्रस्तुत किये गये हैं, उसमें संदेशखाली की घटना को स्वाधीन भारत की भयंकर घटना करार दिया है.
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं पर टीएमसी नेताओं द्वारा अत्याचार को लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी बड़ा मुद्दा बना रही है. केवल राज्य की राजनीति ही नहीं, देश की राजनीति में भी अब संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार का मुद्दा गूंजने लगा है. दिल्ली में बीजेपी के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में भी संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार का मुद्दा उठाया. बीजेपी के अखिल भारतीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भाषण में भी संदेशखाली का जिक्र आया. सत्र में जो राजनीतिक प्रस्ताव प्रस्तुत किये गये हैं, उसमें संदेशखाली की घटना को स्वाधीन भारत की भयंकर घटना करार दिया है. दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संदेशखाली कांड पर फिर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस घटना को तिल का ताड़ बनाया जा रहा है.
बीजेपी से पेश किये गए राजनीतिक प्रस्ताव में संदेशखाली की घटना का उल्लेख किया गया है. बीजेपी का कहना है कि सारे भयानक आरोप संदेशखाली से आ रहे हैं. आजाद भारत में ऐसी हृदय विदारक घटना पहले कभी नहीं सुनी गई. यह न केवल पश्चिम बंगाल के लिए शर्म की बात है, बल्कि पूरी मानव जाति के लिए शर्म की बात है. प्रस्ताव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल पर निशाना साधते हुए घटना की कड़ी निंदा की गयी. यह भी मांग की गई है कि दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए.
ये भी पढ़ें
संदेशखाली की घटना को बीजेपी ने बताया भयावह
Shame on Mamata Banerjee. Like an ostrich, she has buried her head in sand and refuses to acknowledge the plight of the women of Sandeshkhali, who are speaking up against her, Shahjahan Sheikh and his gang of criminals, which includes WB Police. The women are saying that police pic.twitter.com/vbs93vhVOH
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 18, 2024
दूसरा प्रस्ताव, बीजेपी के शीर्ष नेताओं में से एक और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पेश किया. शाह के प्रस्ताव में कहा गया कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल भाजपा कार्यकर्ताओं को आतंकित कर रही है. हिंसा फैलाकर विपक्षियों का मुंह बंद किया जा रहा है. संदेशखाली में एक मार्मिक घटना घटी. अमित शाह ने संदेशखाली घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि इंडिया अलायंस की पार्टियां हिंसा की राजनीति कर रही हैं.
गौरतलब है कि तमाम विस्फोटक आरोप तृणमूल नेता शेख शाहजहां और उनके साथियों पर लगे हैं. सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा शनिवार को ही दर्ज कर लिया गया था. आरोपी शिबू हाजरा को गिरफ्तार कर लिया गया है. महिलाओं ने आरोप लगाया था कि टीएमसी नेताओं ने उनके साथ यौन उत्पीड़न किया. उन्हें रात को पार्टी कार्यालय में रखा गया था. दूसरी ओर, बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सवाल किया कि महिलाओं पर अत्याचार के मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन इस घटना का मास्टरमाइंड शाहजहां शेख कहां है? ऑल इंडिया बार एसोसिएशन (एआईबीए) ने भयावह घटना की निंदा की.
वहीं, संदेशखाली घटना पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, “संदेशखाली की घटना हाल के दिनों की सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं में से एक है और पश्चिम बंगाल में महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं. उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है. महिला सुरक्षा राज्य में एक बड़ी चुनौती है और जो लोग इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं वे ही व्यवधान पैदा कर रहे हैं.” दूसरी ओर, सुप्रीम कोर्ट में संदेशखाली को लेकर दायर मामले की सोमवार को सुनवाई होगी. इस बीच, बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर संदेशखाली कांड को लेकर ममता बनर्जी पर निशाना साधा है.
संदेशखाली की घटना को बनाया जा रहा है तिल का ताड़: ममता
इस बीच, बीरभूम के सिउरी में प्रशासनिक बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि संदेशखाली में कुछ लोग तिल का ताड़ बना रहे हैं. अभी तक किसी महिला ने एफआईआर दर्ज नहीं कराई है. कानून को अपना काम करने दीजिये. ट्रायल से पहले कई लोग खूब बातें कर रहे हैं. मैंने पुलिस से अपनी पहल पर मामला दर्ज करने को कहा है.’
उन्होंने कहा, “मैं एक पुलिस टीम भेजूंगी. उन्हें बताएं कि किस बारे में शिकायत करनी है. हमारे ब्लॉक अध्यक्षों को गिरफ्तार कर लिया गया है. कोई शिकायत नहीं की गई. ” बता दें कि इसके पहले ममता बनर्जी ने संदेशखाली की घटना को बीजेपी और ईडी की साजिश करार दिया था. उन्होंने कहा कि बीजेपी संदेशखाली को दंगा स्पॉट बनाने की कोशिश कर रही है. वहां आरएसएस का घर है.
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में लोगों के आधार कार्ड को “निष्क्रिय” कर दिया ताकि उन्हें अपने बैंक खातों के माध्यम से उनकी सरकार की विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं का लाभ न मिल सके.