MP: पहले बताया गैंगरेप, फिर बयानों से पलटी नाबालिग छात्रा… पुलिस भी चकराई

MP: पहले बताया गैंगरेप, फिर बयानों से पलटी नाबालिग छात्रा… पुलिस भी चकराई

मध्यप्रदेश के ग्वालियर से कुछ दिन पहले एक गैंगरेप की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी जिसमें दो युवकों ने कोचिंग जा रही छात्रा को किडनैप करके गैंगरेप किया और उसे पुल से नीचे फेंक दिया था. इस मामले में नाबालिग छात्रा ने अपने बयान बदले हैं.

ग्वालियर जिले के डबरा में नाबालिग स्कूली छात्रा के साथ गैंगरेप और उसे पुल से नीचे फेंकने के मामले में हैरान करने वाला मोड़ सामने आया है. पीड़िता ने पुलिस को दिए अपने बयान बदल दिए हैं. पीड़िता ने पुलिस को दोबारा दिए बयानों में कहा है कि न तो उसके साथ कोई बलात्कार हुआ था और न ही उसे सहराई पुल से नीचे फेंका गया था. नाबालिग छात्रा ने कहा कि वह खुद ही पढ़ाई का दबाव और घर वालों की डांट फटकार से तंग हो चुकी थी. इसलिए उसने अपने साथ बलात्कार और पुल से फेंकने की झूठी कहानी गढी़ थी.

पुलिस ने इस मामले में दो आरोपी छात्रों को बलात्कार और पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर मामले दर्ज करने के बाद हवालात में डाल दिया गया था. जबकि आरोपी बनाए गए स्कूली छात्रों के परिजन और उनके ट्यूटर लगातार यह दावा कर रहे थे की घटना वाले समय छात्र अपने कोचिंग क्लास में थे.

दो आरोपी गिरफ्तार

घटना 29 जनवरी है जब नाबालिग छात्रा को सहराई पुल के नीचे से घायल हालत में अस्पताल पहुंचाया गया था. जब छात्रा के बयान लिए गए तो उसने दो युवकों पर अगवा करने और गैंगरेप करने के बाद पुल से नीचे फेंकने का आरोप लगाया था. इसके बाद पुलिस ने मामले में दो युवकों बॉबी रावत और सत्येंद्र कुशवाह को आरोपी बनाया था. पुलिस ने बॉबी और सत्येंद्र पर पोक्सो एक्ट, दुष्कर्म सहित कई धाराओं में FIR दर्ज की थी. बॉबी रावत को गिरफ्तार किया तो उसके परिजन गांव वालों के साथ एसपी ऑफिस पहुंचे थे और बॉबी को निर्दोष बताते हुए बताया था की घटना वाले दिन वह कोचिंग में था.

सीसीटीवी फुटेज लेकर पहुंचे परिजन

सबूत के तौर पर परिजनों ने सीसीटीवी फुटेज भी दिखाई थी और इसकी पुष्टि कोचिंग टीचर ने भी की थी. पुलिस के सामने आए तथ्यों के आधार पर पुलिस ने बारीकी से पूरे मामले की फिर से पड़ताल की तो धीरे-धीरे सच सामने आता गया. वही पुलिस के हाथ लगे एक सीसीटीवी में वह अकेली जाती हुई नजर आ रही थी. बाद में जब छात्रा से पूछताछ की गई तो वह भी अपने दिए गए बयानों से मुकर गई और कहा कि डिप्रेशन में उसने दोनों युवकों पर झूठे आरोप लगाए हैं.

महिला ने दिए बयान

सहराई पुल के नजदीक रहने वाली एक महिला ने भी पुलिस को बयान दिए थे और बताया था कि लड़की काफी देर तक पुल पर अकेली टहल रही थी. इसके बाद वह अचानक नीचे गिर पड़ी. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी. ग्वालियर में उसका इलाज चल रहा है. फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है कि पीड़िता ने अपने सहपाठियों के नाम झूठी एफआईआर क्यों दर्ज कराई थी. पुलिस मामले की विवेचना कर रही है और जल्दी ही पूरे मामले का खुलासा करने की उम्मीद जता रही है.

इनपुट – धर्मेंद्र शर्मा / ग्वालियर.

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