बंदूक-तलवार ले पहुंचे खालिस्तानी सपोर्टर, अजनाला हिंसा में 6 पुलिसकर्मी घायल

बंदूक-तलवार ले पहुंचे खालिस्तानी सपोर्टर, अजनाला हिंसा में 6 पुलिसकर्मी घायल

पंजाब के अजनाला में खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' के समर्थकों और पुलिस के साथ जबरदस्त झड़प हुई है. दरअसल, पुलिस ने संगठन के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जिन्हें छुड़ाने के लिए वे पुलिस थाने का घेराव करने पहुंचे थे.

पंजाब में खालिस्तानी समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के सदस्य गुरुवार को पुलिस के साथ भिड़ गए. दो साथियों की गिरफ्तारी के बाद आतंक के समर्थक संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने अपने समर्थकों से अजनाला में इकट्ठा होने की अपील की थी. उसके समर्थक तलवार, लाठी और डंडों के साथ यहां पुलिस थाने को घेर लिया और अपने साथियों की रिहाई की मांग की. पुलिस ने उन्हें रोकने के बैरिकेडिंग भी की थी, लेकिन वे नहीं रुके और बैरिकेड हटाकर थाने में घुस गए. इस दौरान तलवार, लाठी और डंडों से 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए.

खालिस्तान समर्थक और खुद को स्वयंभू सिख धर्मगुरु कहने वाले भाई अमृतपाल सिंह ने पंजाब पुलिस को चैलेंज किया था. उसने ऐलान किया था कि जबतक उसपर और उसके साथियों पर दर्ज मुकदमें को रद्द नहीं किया जाता, तबतक वह शांत नहीं बेठेगा. बताया जा रहा है कि अजनाला में पुलिस थाने के बाहर अमृतपाल के समर्थकों ने ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे भी लगाए.

अजनाला जेल में बंद है अमृतपाल का साथी

पंजाब के अमृतसर में वारिस पंजाब दे के जत्थेदार अमृतपाल सिंह अपने करीबी साथी तूफान सिंह की गिरफ्तारी के बाद आज प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. अमृतपाल की तरफ से समर्थकों को 11 बजे अजनाला पहुंचने के लिए कहा गया था. इस बीच पुलिस ने उनके समर्थकों को उठाना शुरू कर दिया है. अमृतपाल की तरफ से अजनाला पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन की घोषणा की गई थी. इसी थाने में अमृतपाल, उनके साथी तूफान सहित 5 अन्य और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

अमृतपाल ने किया था गिरफ्तारी देने का ऐलान

15 फरवरी की रात अजनाला में पहुंचे चमकौर साहिब के बरिंदर सिंह को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया था. जंडियाला गुरु के पास मोटर पर, जहां अमृतपाल सिंह भी मौजूद था, पर बरिंदर सिंह के साथ मारपीट की गई थी, जिसकी शिकायत पर अमृतपाल और उसके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. बताया जा रहा है कि अमृतपाल सिंह खुद की गिरफ्तार देने अजनाला पुलिस थाने पहुंचने वाला था. इस बीच सुरक्षा के ध्यान में रखते हुए 600 से ज्यादा पुलिसकर्मी यहां तैनात किए गए थे.