धूल चेहरे पर थी, वो आईना साफ करने का नाटक करते रहे, केजरीवाल के ‘महल’ पर बोले रेल मंत्री

धूल चेहरे पर थी, वो आईना साफ करने का नाटक करते रहे, केजरीवाल के ‘महल’ पर बोले रेल मंत्री

Arvind Kejriwal Bungalow: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने सरकारी बंगले के सैंदर्यीकरण को लेकर चर्चा में हैं. बीजेपी ने केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 45 करोड़ रुपए की लागत से रेनोवेशन का काम कराया है.

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पहले से ही घिरी आम आदमी पार्टी अब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बंगले को लेकर बीजेपी के निशाना पर आ गई है. बीजेपी ने केजरीवाल पर सरकारी फंड से 45 करोड़ रुपए खर्च कर अपने बंगले का रेनोवेशन कराने का आरोप लगाया है. अब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी तीखा हमला बोला है.

रेल मंत्री ने बुधवार को ट्वीट करते हुए ट्वीट कर कहा कि धूल चेहरे पर थी और वो आईना साफ करने का नाटक करते रहे. केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्वीट में किसी का नाम नहीं लिखा है. हालांकि, उनन्होंने अपने ट्वीट में हैशटैग ऑपरेशन शीश महल का इस्तेमाल जरूर किया है.

यह भी पढ़ें- LG सीएम हाउस रख लें, केजरीवाल को दे दें अपना गरीबखाना; बंगाल विवाद पर AAP का पलटवार

केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने दावा किया है कि केजरीवाल ने अपने सरकारी आवास के सौंदर्यीकरण पर करीब 45 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं. बीजेपी ने इसे केजरीवाल का असली चेहरा बताते हुए केरजीवाल से इस्तीफे की मांग की है.

पांच बार में करीब 45 करोड़ रुपए जारी

बीजेपी नेता और प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को दावा किया कि जब देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था तब केजरीवाल अपने बंगले को महल का रूप देने में लगे हुए थे. पात्रा ने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल की ओर से कुल पांच बार पैसे जारी किए गए हैं.

बीजेपी ने दावा किया है कि केजरीवाल ने पहली बार 1 सितंबर 2020 को 7.91 करोड़ रुपए की राशि की थी. इसके बाद 2021 में कुल तीन बार में 15 करोड़ रुपए से अधिक की रकम फिर से जारी की गई. इसके बाद 29 जून 2022 को एक बार फिर 9 करोड़ 9.34 कोरोड़ रुपए की राशि जारी की गई.

बीजेपी बोली- केजरीवाल को पुताई वाला घर पसंद नहीं

पात्रा ने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल को रंगाई-पुताई वाला घर पसंद नहीं है. तभी तो उन्होंने अपने घर में प्री फैब्रिकेटेड लड़की की दीवार लगवाई है. जिसकी कीमत करीब 4.37 करोड़ रुपए आया है. वहीं, घर में वियतनाम से 1.5 करोड़ रुपए की अधिक से मार्बल लगवाया है.