शंभू बार्डर पर किसानों को रोकने वाले पुलिस अधिकारियों का सम्मान उचित नहीं… कुलतार सिंह संधवां ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी

शंभू बार्डर पर किसानों को रोकने वाले पुलिस अधिकारियों का सम्मान उचित नहीं… कुलतार सिंह संधवां ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी

पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा हमारे देश के किसान अपने योगदान के लिए मान-सम्मान के हकदार हैं. किसानों की किसी तरह की बेरुखी और बेइंसाफी नहीं की जानी चाहिए. सरकार अपने फैसले पर फिर से सोचे.

पंजाब विधानसभा अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कुलतार सिंह संधवां ने शंभू बार्डर पर किसानों को रोकने वाले हरियाणा के पुलिस अधिकारियों को बहादुरी सम्मान की सिफारिश पर ऐतराज जताया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को इस संबंध में पुर्नविचार करने की अपील की है. पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में संधवां ने कहा कि हरियाणा के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस के इस फैसले की निंदा करता हूं.

आप नेता कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि हम किसानों की मांगों का समर्थन करते हैं. हरियाणा के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस ने शंभू बार्डर पर किसानों के मार्च को रोकने में शामिल छह पुलिस अधिकारियों/ कर्मचारियों को बहादुरी का सम्मान देने की जो सिफारिश की है, वह किसानों का अपमान है.

पंजाब-हरियाणा सरहद के हालात का रखें ध्यान

कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि मैं भी पुलिस फोर्स की बहादुरी और समर्पण के साथ मुस्तैदी का सम्मान करता हूं कि लेकिन इस प्रकार का कोई भी फ़ैसला लेने से पहले शंभू में पंजाब-हरियाणा सरहद के हालात को ध्यान में रखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारा यह फर्ज बनता है कि हम शहीद शुभकरन और अन्य किसान-मजदूरों, जिनको प्रदर्शन के दौरान तकलीफें झेलनी पड़ीं, उनके लिए न्याय को यकीनी बनाएं.

लोकतंत्र, न्याय और मानवीयता पर हो विचार

कुलतार सिंह संधवां ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा कि देश की संवैधानिक अथॉरिटी होने के नाते मैं आपको इस सिफारिश पर फिर विचार करने की अपील करता हूं. ऐसे हालात में हमारे लिए लोकतंत्र, न्याय और मानवीय सिद्धांतों को बरकरार रखना बहुत जरूरी है.