Singhbhum Lok Sabha Seat: सिंहभूम लोकसभा सीट पर बीजेपी-कांग्रेस में कड़ी टक्कर, किसकी चमकेगी किस्मत, जानें समीकरण
सिंहभूम लोकसभा सीट पर 2019के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की गीता कोड़ा ने जीत दर्ज की थी. इस बार भी बीजेपी ने उन्हें उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा है. अब 2024 के महासंग्राम में जीत का हार किसके गले में पड़ेगा फिलहाल यह जनता तय करेगी. जानिए क्या है सिंहभूम सीट का समीकरण और इतिहास...
झारखंड की सिंहभूम लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व है. यह क्षेत्र सेराकेला खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम जिले में फैला हुआ है. इस सीट पर अनुसूचित जनजाति के मतदाताओं का दबादबा है. शुरुआत में इस सीट पर झारखंड पार्टी का दबदबा था, लेकिन धीरे-धीरे कांग्रेस का प्रभाव यहां बढ़ा और उसके प्रत्याशी कई बार जीते. यहां से झारखंड के पूर्व सीएम मधु कोड़ा भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीते थे.
2019 के जनादेश की बात करें तो सिंहभूम सीट से कांग्रेस की गीता कोड़ा ने जीत दर्ज की. इस चुनाव में उन्हें 4,31,815 वोट मिले थे. वहीं बीजेपी के लक्ष्मण गिलुवा 3,59,660 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे. वहीं एक बार बीजेपी ने गीत कोड़ा को मैदान में उतारा है.
सिंहभूम सीट का सियासी इतिहास
सिंहभूम लोकसभा सीट पर 1952 में कानुराम देवगम झारखंड पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गए. इसके बाद 1957 में झारखंड पार्टी के शंभूशरण गोडसोरा और 1962 में हरि चरण सोय ने जीत दर्ज की. 1967 में ऑल इंडिया झारखंड से कोलाय बिरूवा, 1971 में मोरन सिंह पुरर्ती और 1977 में बागुन सुम्ब्रुई ने जीत हासिल की. हालांकि 1980 में बागुन जनता पार्टी से सांसद चुने गए. वहीं 1984 और 1989 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा पहुंचे.
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इसके बाद 1991 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर कृष्णा मार्डी ने चुनाव में जीत हासिल की. 1996 में बीजेपी के चित्रसेन सिंकू ने जीत दर्ज की. वहीं 1998 में विजय सिंह सोय ने इस सीट पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीताा. 1999 में लक्ष्मण गिलुवा बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज की. वहीं 2004 में बागुन सुम्ब्रुई एक बार फिर कांग्रेस के सिंबल पर जरुरत की. वहीं 2009 क लोकसभा चुनाव में निर्दल प्रत्याशी मधु कोड़ा ने जीत हासिल की. 2014 में बीजेपी के लक्ष्मण गिलुवा ने जीत हासिल की. फिर 2019 में कांग्रेस के टिकट पर गीता कोड़ा मैदान में उतरीं और जीत हासिल की.
मतदाता और सामाजिक तानाबाना
2011 के जनगणना के मुताबिक सिंहभूम जिले की कुल आबादी करीब 19 लाख है. इसमें 77.74 प्रतिशत गांव और 22.26 प्रतिशत शहरी क्षेत्र है. इन संख्याओं में 4.06 प्रतिशत अनुसूचित जाति और 58.72 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के लोग हैं. वहीं 2019 के आंकड़ों के मुताबिक यहां पर कुल मतदाताओं की संख्या 11 लाख 52 हजार 570 थी, जिसमें से करीब 67 प्रतिशत लोगों ने अपने मतों का प्रयोग यहां पर किया था. सिंहभूम सीट अनुसूचित जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है. यहां उरांव, संथाल समुदाय, महतो (कुड़मी), प्रधान, गोप, गौड़ समेत कई अनुसूचित जनजाति, इसाई और मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में रहते हैं.
2019 चुनाव का परिणाम
- विजेता – गीता कोड़ा (कांग्रेस)
- वोट मिले – 431,815
- वोट (%) – 49.11
- उपविजेता – लक्ष्मण गिलुवा (कांग्रेस)
- वोट मिले – 3,59,660
- वोट (%) – 40.90
- अंतर 72,155
2014 चुनाव का परिणाम
- विजेता – लक्ष्मण गिलुवा (बीजेपी)
- वोट मिले – 3,03,131
- वोट (%) – 38.11
- उपविजेता – गीता कोड़ा (जेबीएसपी)
- वोट मिले – 2,15,607
- वोट (%) – 27.11
- अंतर 87,524
संसद के सदस्य
- 1952 – कानुराम देवगम – झारखंड पार्टी
- 1957 – शंभूशरण गोडसोरा – झारखंड पार्टी
- 1962 – हरि चरण सोय – झारखंड पार्टी
- 1967 – कोलाय बिरूवा – ऑल इंडिया झारखंड
- 1971 – मोरन सिंह पुरर्ती – ऑल इंडिया झारखंड
- 1977 – बागुन सुम्ब्रुई – ऑल इंडिया झारखंड
- 1980 – बागुन सुम्ब्रुई – जनता पार्टी
- 1984 – बागुन सुम्ब्रुई – कांग्रेस
- 1989 – बागुन सुम्ब्रुई – कांग्रेस
- 1991 – कृष्णा मार्डी – झारखंड मुक्ति मोर्चा
- 1996 – चित्रसेन सिंकू – भाजपा
- 1998 – विजय सिंह सोय – कांग्रेस
- 1999 – लक्ष्मण गिलुवा – भाजपा
- 2004 – बागुन सुम्ब्रुई – कांग्रेस
- 2009 – मधु कोड़ा – निर्दलीय
- 2014 – लक्ष्मण गिलुवा – भाजपा
- 2019 – गीता कोड़ा – कांग्रेस