जबलपुर का डुमना एयरपोर्ट हुआ अपडेट, 450 करोड़ की लागत से डेवलप हुईं ये सुविधाएं
पिछले चार साल से चल रहा डुमना एयरपोर्ट को हाई टेक बनाने का काम अब लगभग पूरा हो चुका है. 29 फरवरी को देश के प्रधानमंत्री इसका लोकार्पण करेंगे, एयरपोर्ट को विस्तारित करने में तकरीबन 450 करोड. रुपए का खर्च आया है.
मध्य प्रदेश के जबलपुर में पिछले 4 साल से चल रहे डुमना एयरपोर्ट को हाई टैक और आधुनिक संसाधनों से लैस बनाने का कार्य अब लगभग पूरा हो चुका है. डुमना एयरपोर्ट अब किसी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की तरह ही नजर आएगा. इसको हाईटेक बनाने में करीब 450 करोड़ रुपए का खर्चा आया है. एयरपोर्ट में करीब 300 कारों की पार्किंग के लिए स्पेस बनाया गया है. नया आईटीसी टावर, नई टर्मिनल बिल्डिंग के साथ ही रनवे का विस्तार भी किया गया है, जिससे अब कई एरोप्लेन एक साथ रनवे पर दौड़ सकेंगे. इसके साथ ही एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग के लिए भी व्यवस्था की गई है. गुरुवार यानी 29 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल कार्यक्रम के जरिए डुमना एयरपोर्ट का लोकार्पण करेंगे और आवागमन के लिए लोगों को सौंपेंगे.
सालों से नहीं थी एयर कनेक्टिविटी
पीएम मोदी द्वारा किए जा रहे जबलपुर एयरपोर्ट के वर्चुअल उद्घाटन को लेकर मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि 2004 में जब मैं पहली बार जबलपुर लोकसभा से चुनकर आया उस समय जबलपुर को एक बड़ा गांव कहा जाता था. उसका एक बड़ा कारण था जबलपुर में मजबूत कनेक्टिविटी का ना होना. जो हवाई पट्टी थी उसमें गायें घूमा करती थीं. इसको लेकर मैंने प्रयास प्रारंभ किए जिसके कारण आज एक बड़ा टर्मिनल बनकर तैयार हो गया है और जबलपुर बड़े-बड़े शहरों से जुड़ गया है.
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एयरपोर्ट पर ये सुविधाएं बढ़ीं…
एयरपोर्ट में नई टर्मिनल बिल्डिंग में आधुनिक चेक इन काउंटर्स, 2 बैगेज बेल्ट, एलीवेटर्स, एस्केलेटर, आधुनिक पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज, फायर फाइटिंग, फायर अलार्म सिग्नल्स, डिस्प्ले बोर्ड, सीसीटीवी कैमरा, बैगेज स्केनर, चाइल्ड केयर रूम, वीआईपी रूम, स्नैक्स बार, एटीएम, चिकित्सा सुविधा के साथ ही पब्लिक एमेनिटीज की सारी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इसके साथ ही 300 कारों की पार्किंग एवं बस पार्किंग की व्यवस्था भी होगी. नई टर्मिनल बिल्डिंग के अलावा एटीसी टॉवर, टैक्निकल ब्लॉक एवं फायर स्टेशन कार्य भी किया गया है.
इन कार्यों के अलावा रनवे एवं एप्रन का निर्माण हेतु वर्तमान 1988 मी. के रनवे मरम्मत के साथ ही एक्सटेंशन करते हुए 2750 मी. का रनवे बनाया गया है, जिससे ए320/321 जैसे बड़े एयरक्रॉफ्ट भी आसानी से अब लैंड हो सकेंगे. इसके साथ ही नाइट लैंडिंग में अब किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी.