Lohardaga Lok Sabha Seat: लोहरदगा लोकसभा सीट पर इस बार कौन मारेगा बाजी? 15 साल से BJP का दबदबा
लोहरदगा लोकसभा सीट पर 2009 से बीजेपी का दबदबा है. इस सीट पर लगातार तीन बार बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. 2019 में यहां से सुदर्शन भगत सांसद चुने गए थे. अब 2024 के महासंग्राम में जीत-हार का मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है. जानिए क्या है लोहरदगा सीट का समीकरण और इतिहास...
झारखंड की लोहरदगा लोकसभा सीट पर बीजेपी का दबदबा है. यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इस क्षेत्र को मंदार, गुमला, लोहरदगा, सिसई और बिशुनपुर पांच विधानसभा सीटों को मिलाकर बनाया गया है. लोहरदगा सीट पर 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सुदर्शन भगत ने कांग्रेस के रामेश्वर ओरेन को हराया था. वहीं, 2019 में सुदर्शन भगत ने एक बार फिर जीत दर्ज की थी. हालांकि इस बार बीजेपी ने समीर उरांव को चुनाव मैदान में उतारा.
बता दें कि झारखंड में लोकसभा चुनाव के चौथे, पांचवें, छठे और सातवें चरण यानी 13 मई, 20 मई, 25 मई और एक जून को वोटिंग होगी. लोहरदगा सीट पर 13 मई को वोट पड़ेगा.
लोहरदगा सीट का सियासी इतिहास
लोहरदगा लोकसभा सीट पर 1957 में पहला चुनाव हुआ था. इस दौरान झारखंड पार्टी से इग्नेस बेक सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे. 1962 में यहां से कांग्रेस के डेविड मुंजनी सांसद चुने गए. इसके बाद 1967 और 1971 में कांग्रेस के कार्तिक उरांव लोकसभा पहुंचे. 1977 में जनता पार्टी के लालू उरांव यहां से चुुनाव जीते. इसके बाद 1980 में कांग्रेस (आई) के टिकट पर कार्तिक उरांव तीसरी बार सांसद बने. वहीं 1984 और 1989 में इस सीट पर कांग्रेस के सुमति उरांव लगातार दोबार जीतकर लोकसभा पहुंचे.
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1991 में खुला बीजेपी का खाता
वहीं 1991 में इस सीट पर बीजेपी का खाता खुला. जिसमें 1991 और 1996 में बीजेपी के ललित उरांव लगातार दोबार जीते. इसके बाद 1999 में बीजेपी के दुखा भगत ने जीत हासिल की. 2004 में कांग्रेस ने वापसी की और रामेश्वर उरांव सांसद चुने गए. हालांकि इसके बाद इस सीट पर बीजेपी का दबदबा बना रहा. 2009, 2014 और 2019 में बीजेपी के सुदर्शन भगत लगातार तीन बार सांसद चुने गए है.
मतदाता और सामाजिक तानाबाना
लोहरदगा लोकसभा सीट क्षेत्र में पहाड़ और जंगलों के बीच एक बड़ी आबादी रहती है. यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व है. यहां की कुल आबादी 18 लाख 68 हजार 433 है. वहीं 2019 के अनुसार कुल मतदाता 8लाख 17 हजार 550 थे. इसके अलावा यहां पर एससी समुदाय 2.69 प्रतिशत, जबकि एसटी समुदाय की आबादी 64.04 प्रतिशत है.
2019 चुनाव का परिणाम
- विजेता – सुदर्शन भगत (भाजपा)
- वोट मिले – 371,595
- वोट (%) – 45.45
- उपविजेता – सुखदेव भगत (कांग्रेस)
- वोट मिले – 3,61,232
- वोट (%) – 44.18
- अंतर 10,363
2014 चुनाव का परिणाम
- विजेता – सुदर्शन भगत (भाजपा)
- वोट मिले – 2,26,666
- वोट (%) – 34.79
- उपविजेता – रामेश्वर उरांव (कांग्रेस)
- वोट मिले – 2,20,177
- वोट (%) – 33.80
- अंतर 6,489
कब किसने मारी बाजी
- 1957 – इग्नेस बेक – झारखंड पार्टी
- 1962 – डेविड मुंजनी – कांग्रेस
- 1967 – कार्तिक उरांव – कांग्रेस
- 1971 – कार्तिक उरांव – कांग्रेस
- 1977 – लालू उरांव – जनता पार्टी
- 1980 – कार्तिक उरांव – कांग्रेस (आई)
- 1984 – सुमति उरांव – कांग्रेस
- 1989 – सुमति उरांव – कांग्रेस
- 1991 – ललित उरांव – भाजपा
- 1996 – ललित उरांव – भाजपा
- 1998 – इंद्र नाथ भगत – कांग्रेस
- 1999 – दुखा भगत – भाजपा
- 2004 – रामेश्वर उरांव – कांग्रेस
- 2009 – सुदर्शन भगत – भाजपा
- 2014 – सुदर्शन भगत – भाजपा
- 2019 – सुदर्शन भगत – भाजपा