संदेशखाली के चुनाव में हो गड़बड़ी तो महिलाएं बजाएं शंख, मतदान से पहले शुभेंदु अधिकारी की अपील
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के जिले के संदेशखाली में महिलाओं के साथ उत्पीड़न को बीजेपी ने चुनाव में मुद्दा बनाया है और बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र से उत्पीड़न की शिकार रेखा पात्रा को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी रेखा पात्रा को विजयी बनाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है.
पश्चिम बंगाल में बशीरहाट सहित 9 लोकसभा सीटों पर 1 जून को मतदान है. मतदान से पहले नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार को संदेशखाली क्षेत्र के साथ-साथ बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के अन्य इलाकों की महिलाओं से आग्रह किया कि 1 जून को होने वाले चुनाव से पहले अगर उन्हें कोई गड़बड़ी दिखे तो वे शंख बजाएं.
भाजपा ने बशीरहाट लोकसभा केंद्र से संदेशखाली की पीड़िता रेखा पात्रा को उम्मीदवार बनाया है. उनके समर्थन में एक चुनावी रैली में बोलते हुए शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी पर सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में मतदान करने के लिए डराने-धमकाने का आरोप लगाया है.
उन्होंने संदेशखाली के निवासियों से अपील की कि अगर वे देर रात अपने पड़ोस में अपरिचित लोगों को घुसते हुए देखें तो वे शंख बजाएं, ताकि लोगों को यह जानकारी हो सके कि उस इलाके में गड़बड़ी हो रही है.
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गड़बड़ी का संदेह होने पर महिलाएं बजाएं शंख
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि अगर रात में कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती है. यह देखा जाता है कि आपके इलाके में अजनबियों के साथ पुलिस कर्मी आ रहे हैं, लेकिन उनके साथ केंद्रीय बल के जवान नहीं हैं तो स्थिति के अनुसार शंख बजाएं.
शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि टीएमसी की ओर से चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है. उन्होंने जेल में बंद टीएमसी नेता शाहजहां शेख के समान ही परिणाम भुगतने का हवाला दिया.
शुभेंदु के आरोप पर कुणाल का पलटवार
इसके अलावा उन्होंने मतदाताओं को बशीरहाट निर्वाचन क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी प्रशासन से मिलकर कैमरों से छेड़छाड़ कर सकती है.
शुभेंदु अधिकारी के आरोप के जवाब में टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि चुनाव चुनाव आयोग की निगरानी में हो रहे हैं. उन्होंने शुभेंदु अधिकारी पर प्रशासन और राज्य पुलिस के बारे में झूठ फैलाने का आरोप लगाया.
कुणाल घोष ने कहा कि बीजेपी जानती है कि पश्चिम बंगाल की अन्य सीटों के साथ-साथ बशीरहाट में भी चुनाव का नतीजा क्या होने वाला है. उनकी संदेशखाली साजिश उल्टी पड़ गई है. सभी जानते हैं कि चुनाव आयोग की निगरानी में हो रहे हैं. शुभेंदु अधिकारी प्रशासन और राज्य पुलिस के खिलाफ झूठी बातें फैला रहे हैं.