500 की चाय, 50000 रुपये की पेमेंट… तो ऐसे VVIP पी गए 20 लाख की चाय

500 की चाय, 50000 रुपये की पेमेंट… तो ऐसे VVIP पी गए 20 लाख की चाय

यूपी के गाजीपुर के सैदपुर तहसील में एक बाबू ने खर्चे के नाम पर विभाग को 20 लाख रुपये की चाय के बिल दिखाएं हैं. इस मामले के सामने आने के बाद केस दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है. जांच में एक के बाद एक कई परतें खुल रही हैं.

यूपी के गाजीपुर जिले के सैदपुर तहसील में लिपिक के पद पर कार्यरत शकील अहमद का सहयोग करने के मामले में पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए कार्रवाई की और नगर के दो चाय विक्रेताओं को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें संबंधित धाराओं में जेल भेज दिया. पूछताछ में चाय की दुकान वालों ने बताया कि वो डाक बंगले में चाय ले जाते थे. शकील उसके 500 या हजार रुपये भुगतान के बदले में कभी 20 हजार तो कभी 50 हजार रुपये का सरकारी चेक थमा देते थे. उसे भुनाकर हम अपने रुपये रख लेते थे और बाकी के रुपये उसे दे देते थे. शकील खुश होकर अतिरिक्त रुपये भी देता था. शकील पर आरोप है कि उसने 15 महीने के अंदर 20 लाख रुपये चाय का बिल दिया है.

स्थानीय लोगों और शकील अहमद के द्वारा पीड़ित लोगों की बात माने तो शकील बिना पैसे लिए कोई भी काम नहीं करता था. ऐसा ही एक पैसा लेने का वीडियो कुछ महीने पहले सामने आया था. कोई ठोस प्रमाण न होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो सकी. इसी दरम्यान उसका ट्रांसफर सेवराई तहसील में हो गया था. यहां खुलासा हुआ कि उसने दर्जनों की संख्या में सरकारी चेक काटकर लाखों रुपये का गबन किया. खुलासा होते ही प्रशासन में हड़कंप गया. जांच में परत दर परत खुलते चले गए. लाखों रुपये किसी धर्मेंद्र मोदनवाल, जितेंद्र मोदनवाल व प्रमोद यादव के खाते में गए हैं. जिसके बाद तहसीलदार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ था.

जांच में सामने आया सच

जब जांच प्रक्रिया आगे बढ़ी तो पता चला कि धर्मेंद्र व जितेंद्र सगे भाई हैं. सैदपुर पीडब्लूडी डाक बंगले के सामने उनकी चाय की दुकान है. वहीं प्रमोद यादव रावल गांव का निवासी है. जिसके बाद पुलिस ने दोनों चाय विक्रेताओं को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वो डाक बंगले में चाय ले जाते थे. शकील उसके 500 या हजार रुपये भुगतान के बदले में कभी 20 हजार तो कभी 50 हजार रुपये का सरकारी चेक थमा देता था. पुलिस ने फिलहाल दोनों चाय वाले भाइयों को वाराणसी के जेल भेज दिया.

आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस

वहीं तीसरे आरोपी प्रमोद यादव की तलाश की जा रही है. शकील अहमद काफी शातिर किस्म का व्यक्ति था और वो ऐसे ही लोगों को चेक भुनाने के लिए अपना टारगेट बनाता था. जिन्हें कुछ रुपये देकर काम करवा सके. सैदपुर पुलिस ने कहा कि जल्द ही शकील और प्रमोद को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. गिरफ्तार करने वाली टीम में एसआई कौशलेश शर्मा, कां. अरविंद्र यादव, संदीप भारती, अभिषेक यादव व शुभम पटेल रहे.

क्या है मामला?

सैदपुर तहसील में तैनात रहे बाबू शकील पर कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. 15 महीने का बिल निकालकर देखा गया तो उसमें चाय का बिल करीब 20 हजार रुपये आया. बाबू ने ऑफिस की चाय में ही हर महीने करीब 1 लाख 34 हजार रुपये का बिल दिया. इसी मामले में जांच चल रही है.