जिंदगी की आस खत्म, बंद होगा बचाव अभियान… जिंदा बचे लोगों के सामने खाने का संकट
मार्टिन ग्रिफिथ्स ने सरकार द्वारा नियंत्रित उत्तर-पश्चिमी सीरियाई शहर अलेप्पो में कहा कि इस शहर के लोगों ने इतने सालों में बहुत कुछ झेला है
विनाशकारी भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में 6 दिनों से बड़े पैमाने पर रेस्क्य ऑपरेशन जारी है. कई लोग जिंदगी की जंग जीतकर 5 दिन बार भी मलबे से जिंदा बाहर निकले, हालांकि कई लोग ये जंग हार गए. वहीं जो लोग जिंदा बचे हैं, उनकी लड़ाई यहीं खत्म नहीं हुई. वो लोग अब दाने-दाने के मोहताज हैं. ऐसे में अब लोगों की देखभाल के लिए रहने खाने का इंतजाम किया जाएगा.
संयुक्त राष्ट्र सहायता प्रमुख ने सोमवार को सीरिया की यात्रा के दौरान कहा कि विनाशकारी भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए जारी रेस्कयू ऑपरेशन अब खत्म होने की कगार पर है. टीमें अपना फोकस अब लोगों के रहने के लिए शेल्टर, खाने और साइकोलॉजिकल केयर पर करेंगी.
सीरिया को लेकर क्या बोले अधिकारी
मार्टिन ग्रिफिथ्स ने सरकार द्वारा नियंत्रित उत्तर-पश्चिमी सीरियाई शहर अलेप्पो में कहा कि इस शहर के लोगों ने इतने सालों में बहुत कुछ झेला है लेकिन फिर भी यह क्षण…इन लोगों द्वारा अनुभव किया गया सबसे बुरा था. उन्होंने कहा, आपदा से प्रभावित सभी क्षेत्रों के लिए सहायता अपील जारी की जाएगी. ग्रिफिथ्स ने कहा, हमें यहां से उत्तर पश्चिम में जाने में सहायता मिलेगी लेकिन उत्तर पश्चिम सीरिया का केवल एक हिस्सा है … यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि हम यहां के लोगों का ख्याल रखें.” सीरिया में मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़ गई.
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि उत्तर पश्चिम में 4,300 से अधिक लोगों के मारे जाने और 7,600 से अधिक के घायल होने की सूचना है. सीरियाई सरकार में मरने वालों की संख्या 1,414 है. ग्रिफिथ्स ने कहा कि उन्होंने अलेप्पो में बचे लोगों उनकी दर्दनाक कहानी सुनी है. उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने अपने बच्चों को खोया, उनमें से कुछ बच गए, बाकी इमारत में रह गए. जिन लोगों से हमने बात की, उनका आघात दिखाई दे रहा था और यह एक ऐसा आघात है जिसे दुनिया को ठीक करने की जरूरत है. ”
खत्म हुई जिंदगी की आस
वहीं तुर्किये में आए विनाशकारी भूकंप के एक हफ्ते बाद बचावकर्मियों ने सोमवार को 40 वर्षीय एक महिला को एक इमारत के मलबे से निकाला. हालांकि, मलबे में दबे लोगों के शून्य डिग्री सेल्सियस से कम तापमान में और बगैर पानी के जीवित बचे होने की संभावना अब कम हो गई है. छह फरवरी को दक्षिण-पूर्वी तुर्किये और उत्तरी सीरिया में 7.8 और 7.5 तीव्रता के भूकंप आया था. इनमें करीब 33,185 लोगों की मौत हुई है और मृतक संख्या बढ़ने की संभावना है क्योंकि तलाश दलों को और भी शव मिल रहे हैं.
सोमवार को, बचावकर्मियों ने 40 वर्षीय एक महिला को तुर्किये के गजियांतेप प्रांत में इअस्लाहीये शहर स्थित पांच मंजिला एक इमारत के मलबे से बाहर निकाला. सिबेल काया नाम की महिला को 170 घंटे की मशक्कत के बाद निकाला जा सका. बचाव कार्य में तुर्किये के कोयला खान का बचाव दल भी शामिल था.
(भाषा से इनपुट)