पहले गला घोंटा, फिर घावों में भरी मिर्च… ब्याज नहीं देने पर गाली-गलौज करता था चाचा, भतीजे ने दी खौफनाक सजा

उदयपुर में शुक्रवार को निर्मम तरीके से हुई हत्या के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस घटना को किसी ओर ने नहीं बल्कि मृतक के भतीजे और उसके दोस्त ने ही अंजाम दिया था.
राजस्थान के उदयपुर में शुक्रवार को हुई निर्मम हत्या के खुलासे से हर कोई हैरान हैं. पुलिस की जांच में सामने आया है कि हत्या करने वाला और कोई नहीं बल्कि मृतक का भतीजा और उसका दोस्त था. यह मामला कर्ज और उसके ब्याज से जुड़ा है. चाचा को भतीजे और उसके दोस्त ने पार्टी करने के बहाने बुलाया था. इसके बाद उन लोगों ने गला दबाकर और सिर पर हथौड़े से वार कर चाचा को मौत के घाट उतार दिया था.
उदयपुर के कुराबड थाना क्षेत्र में रहने वाले शंकर लाल डांगी की शुक्रवार देर रात बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. उनका शव प्रताप नगर थाना क्षेत्र के उदय सागर की पाल के पास गार्डन में मिला था. शंकर के घर नहीं लौटने पर परिवार के लोग काफी परेशान थे और वह उसे जगह-जगह ढूंढ रहे थे, लेकिन उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अनुमान नहीं था कि शंकर का शव उन्हें मिलेगा. शनिवार की सुबह शंकर का शव गार्डन में पड़ा हुआ मिला.
ब्लेड से कट लगाकर घाव में भरी मिर्च
जिस तरीके से हत्या की गई उसे देखकर हर कोई हैरान था. आरोपियों ने गला दबाकर और सिर पर हथौड़े से वार कर हत्या की थी. इतना ही नहीं आरोपियों ने शंकर के शरीर पर ब्लेड से कट लगाकर घाव में मिर्ची भर दी थी. घटना की जानकारी होते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था. पुलिस ने आसपास के कई सीसीटीवी खंगाले और कॉल डिटेल्स की जांच भी कराई. थानाधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि निर्मम तरीके से हत्या के बाद पुलिस के लिए एक इस सुलझाना एक बड़ा टास्क था.
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मृतक ब्याज पर देता था पैसे
पुलिस ने मामले को सुलझाने में कई सीसीटीवी कैमरे और कॉल डिटेल की जांच कराई. साथ ही मृतकों के परिजनों से पूछताछ भी गई. परिजनों से पूछताछ में सामने आया कि मृतक शंकर डांगी फोटोग्राफी का काम करता था और लोगों को ब्याज पर पैसा भी देता था. परिवार के लोगों से एक सूची मिली, जिसमें भतीजे और गांव के ही एक युवक का नाम था. जिसे उसने 5 -5 लाख रुपए ब्याज में दे रखे थे.
भतीजे ने की चाचा की हत्या
जिसमें मृतक के परिजनों से पूछताछ की गई तो सामने आया कि मृतक शंकर डांगी फोटोग्राफी का काम करता था और लोगों को ब्याज में भी पैसे देता था. परिवार के लोगों से एक सूची मिली जिसमें भतीजे और गांव के ही एक युवक का नाम था जिसे 5 -5 लाख रुपए ब्याज में दे रखे थे. पुलिस में जब पड़ोस में ही रहने वाले भतीजे छोटा गुड़ा निवासी मांगीलाल उर्फ जगदीश डांगी और उसका साथी मदन लाल डांगी को डिटेन कर पूछताछ की तो उन्होंने हत्या करने की बात को कबूल कर लिया.
आरोपी अरेस्ट
दोनों ने बताया कि उन्होंने शंकर डांगी से 5 -5 लाख रुपए ब्याज में लिए हुए थे और ब्याज समय पर नहीं देते तो शंकर गाली-गलौज करता था. दोनों ने योजना बनाई और शहर से हथोड़ा और बाइंडिंग वायर खरीदा और जिंक स्मेल्टर चौराहे पर दुकान से मिर्ची, ब्लेड और बीयर खरीदी. उदय सागर की पाल पर आकर अंकल शंकर डांगी को पार्टी के बहाने बुला लिया. जब शंकर उदय सागर स्थित गार्डन में पहुंचा तो मदन ने बाइंडिंग वायर से गला दबाया था.
मांगीलाल उर्फ जगदीश ने हथौड़े से सिर पर वार कर दिया. इसके बाद ब्लेड से कट लगाकर मिर्च भरकर फरार हो गए थे. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.