खुद ही मिटाया अपना सुहाग! प्रेमी के साथ मिलकर रची साजिश, फिर पति को मार डाला

खुद ही मिटाया अपना सुहाग! प्रेमी के साथ मिलकर रची साजिश, फिर पति को मार डाला

यूपी के इटावा में एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी. इतना ही नहीं उसने पुलिस के सामने झूठी कहानी बना दी कि उसके पति की हत्या उसके देवर ने की है. हालांकि पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हो गया है कि पत्नी ने ही हत्या को अंजाम दिया है.

उत्तर प्रदेश के इटावा में एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या को अंजाम दिया. इतना ही नहीं उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति के शव को जलाकर पहचान मिटाने की कोशिश भी की. इसके बाद उसने पति के वहीं छोड़ दिया और मौके से फरार हो गई. पुलिस ने मामले की जांच की तो महिला ने अपने देवर पर पति को मारने का आरोप लगाया. हालांकि जांच में महिला से जब पूछताछ की गई तो उसने अपने गुनाह कबूल कर लिया.

जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला इटावा जिले के बसरेहर थाना क्षेत्र के रमपुरा लौहरई का है. यहां मौजूद प्राइमरी स्कूल में पुलिस को एक अधजले शव के मिलने की सूचना मिली थी. पुलिस ने जांच की तो शख्स की पहचान 45 साल के चरण सिंह के रूप में हुई. पुलिस ने जब परिजनों को पूरी बात बताई तो चरण सिंह की पत्नी गीता देवी ने अपने देवर पर पति को मारने का आरोप लगाया. पुलिस ने शख्स के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच के लिए दो टीमें गठित कर दीं.

महिला का दूसरा पति था मृतक

पुलिस ने जांच में पाया कि हर बार शक मृतक की पत्नी गीता देवी पर ही जा रहा था. उसके अवैध संबंध का भी पता चला जिसके बाद महिला से पूछताछ की गई. शुरुआत में तो वह पुलिस को घुमाती रही लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना गुनाह कबूल किया है. पुलिस ने बताया कि गीता देवी की 24 साल पहले संजय नाम के शख्स से शादी हुई थी. जिससे उसकी दो बेटियां हैं इसके बाद संजय की मौत हो गई थी और गीता देवी ने मृतक चरण सिंह से शादी कर ली थी. इस शादी से उन्हें 2 बेटे पैदा हुए.

अवैध संबंध ने ली जान

पुलिस ने बताया कि गीता देवी के चरण सिंह के साथ काम करने वाले जबर सिंह से अवैध संबंध हो गए. चरण सिंह और गीता देवी के बीच आए दिन किसी न किसी बात पर झगड़े होते रहते थे. इसी बीच वह चरण सिंह से दूर प्रेमी जबर सिंह के साथ रहने चली गई थी. दोनों के बची कोर्ट केस भी चल रहा है जिस पर गीता देवी आई थी तो चरण सिंह ने उसे घर चलने को कहा था. गीता मान गई और चरण सिंह के साथ वापस आ गई लेकिन शाम को फिर उनके बीच झगड़ा हो गया. इसी झगड़े के बाद उसने अपने प्रेमी के साथ पति को मारने की साजिश रच डाली.