तीसरे चरण में संभल रहा टॉप, आगरा में सबसे कम वोटिंग… जानें UP की 10 सीटों पर मतदान का हाल
तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों पर मंगलवार को वोटिंग हुई. शाम छह बजे तक कुल 57.34 प्रतिशत मतदान हुआ. सबसे अधिक मतदान संभल लोकसभा सीट पर हुआ. यहां वोटिंग परसेंट 62.81 प्रतिशत रहा. वहीं सबसे कम वोटिंग आगरा में हुई. यहां 53.99 प्रतिशत मतदान हुआ.
लोकसभा चुनाव-2024 के तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों पर मंगलवार को वोटिंग हुई. चुनाव आयोग द्वारा जारी किए शाम छह बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, इन 10 सीटों पर कुल 57.34 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें संभल लोकसभा क्षेत्र सबसे आगे रहा. यहां वोटिंग को लेकर मतदाताओं में उत्साह देखने को मिला. मतदाताओं के उत्साह का नतीजा रहा कि संभल में सबसे अधिक 62.81 प्रतिशत मतदान हुआ. संभल के बाद दूसरे नंबर पर एटा रहा. एटा में 59.17 प्रतिशत वोटिंग हुई. तीसरे नंबर पर रहे मैनपुरी में 58.59 प्रतिशत वोटिंग हुई.
बीते दो चरण के मतदान की अगर बात करें तो 20 अप्रैल को हुए पहले चरण के चुनाव में 61 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले पांच प्रतिशत कम था. इसी तरह 26 अप्रैल को हुए दूसरे चरण के मतदान में 54.83 फीसदी वोटिंग हुई थी, जो 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 7.93 फीसदी कम थी. वहीं बात अगर आज संपन्न हुए तीसरे चरण की कि जाए तो इस बार भी वोटिंग परसेंट पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले करीब तीन फीसदी कम रहा. 2019 में तीसरे चरण में जहां 60.52 प्रतिशत वोटिंग हुई थी तो वहीं इस बार सिर्फ 57.34 प्रतिशत वोटिंग हुई.
फिरोजाबाद में 58.22 प्रतिशत मतदान
बता दें कि यूपी की जिन 10 लोकसभा सीटों पर आज वोटिंग हुई, उनमें से कई सीटें कभी सपा संरक्षक रहे मुलायम सिंह यादव के परिवार का गढ़ हुआ करती थीं. फिरोजाबाद लोकसभा सीट की अगर बात की जाए तो यहां से सपा के थिंक टैंक कहे जाने वाले प्रोफेसर राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव चुनावी मैदान में थे. बीजेपी से ठाकुर विश्वदीप सिंह और बसपा से चौधरी बशीर चुनाव मैदान में थे. हालांकि मुख्य मुकाबला अक्षय और विश्वदीप के बीच ही माना जा रहा है. 2019 में बीजेपी ने फिरोजाबाद सीट पर कब्जा जमाया था. उससे पहले इस सीट से अक्षय यादव सांसद थे. फिरोजाबाद सीट पर इस बार 58.22 प्रतिशत मतदान हुआ है.
बदायूं में आदित्य का मुकाबला दुर्विजय सिंह शाक्य से
इसी तरह बदायूं लोकसभा सीट भी कभी समाजवादी पार्टी का गढ़ हुआ करती थी. यहां से मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव सांसद हुआ करते थे. इस बार अखिलेश ने पहले यादव परिवार से आने वाले धर्मेंद्र, फिर शिवपाल और उसके बाद शिवपाल के बेटे आदित्य यादव को प्रत्याशी बनाया. आदित्य यादव के सामने बीजेपी के दुर्विजय सिंह शाक्य और मुस्लिम खां हैं. हालांकि मुख्य मुकाबला आदित्य यादव और दुर्विजय सिंह शाक्य के बीच है. 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीता था. इस बार बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया था. बदायूं सीट पर इस बार 54.05 प्रतिशत हुआ.
मैनपुरी में वोटिंग का क्या हाल?
इसी तरह मैनपुरी लोकसभा सीट से खुद अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनावी मैदान में थीं. डिंपल वर्तमान में मैनपुरी की सांसद भी हैं. मैनपुरी सीट मुलायम सिंह यादव की परंपरागत सीट थीं. वह यहां से पांच बार सांसद बने थे. उनके निधन के बाद डिंपल ने यहां से लोकसभा का उपचुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. 2024 के चुनाव में डिंपल का मुकाबला योगी सरकार में मंत्री जयवीर सिंह से है. मैनपुरी में इस बार 58.59 प्रतिशत वोटिंग हुई.
संभल में सबसे अधिक 62.81 प्रतिशत मतदान
संभल लोकसभा सीट भी सपा का गढ़ मानी जाती है. यहां से 2019 में सपा के टिकट पर शफीकुर्रहमान बर्क ने चुनाव जीता था. इस बार भी सपा ने बर्क को ही टिकट दिया था, लेकिन चुनाव घोषणा के कुछ दिन बाद ही उनका निधन हो गया. इसके बाद सपा ने बर्क के विधायक पोते जियाउर्रहमान बर्क को संभल से टिकट दिया. वहीं बीजेपी से परमेश्वर लाल सैनी और बसपा से सौलत अली चुनावी मैदान में थे. हालांकि मुख्य मुकाबला जियाउर्रहमान बर्क और परमेश्वर लाल सैनी के बीच था. तीसरे चरण में संभल में सबसे अधिक वोटिंग हुई. यहां 62.81 प्रतिशत मतदान हुआ.
10 सीटों पर कहां, कितने प्रतिशत हुई वोटिंग
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि तीसरे चरण में 10 लोकसभा क्षेत्रों संभल, हाथरस (अ0जा0), आगरा (अ0जा0), फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली में सात मई को मतदान शान्तिपूर्वक संपन्न हुआ. नवदीप रिणवा ने बताया कि बताया कि तीसरे चरण में कुल 57.34 प्रतिशत मतदान हुआ. संभल में 62.81 प्रतिशत, हाथरस (अ0जा0) में 55.36 प्रतिशत, आगरा (अ0जा0) में 53.99 प्रतिशत, फतेहपुर सीकरी में 57.09 प्रतिशत, फिरोजाबाद में 58.22 प्रतिशत, मैनपुरी में 58.59 प्रतिशत, एटा में 59.17 प्रतिशत, बदायूं में 54.05 प्रतिशत, आंवला में 57.08 प्रतिशत और बरेली में 57.88 प्रतिशत मतदान हुआ.
वोटिंग के दौरान 152 वीवीपैट बदले गए
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए आयोग द्वारा 10 सामान्य प्रेक्षक, छह पुलिस प्रेक्षक और 14 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए गए. इसके अतिरिक्त 1887 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 241 जोनल मजिस्ट्रेट, 668 स्टैटिक मजिस्ट्रेट और 2,859 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए थे. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिलों से प्राप्त सूचना के अनुसार, मॉक पोल के दौरान कुल 167 बैलेट यूनिट (बीयू), 295 कन्ट्रोल यूनिट (सीयू) एवं 478 वीवीपैट बदले गये. मतदान प्रारम्भ होने के पश्चात शाम छह बजे तक कुल 48 बीयू, 48 सीयू एवं 152 वीवीपैट बदले गए.