बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने जिस बैठक में दिया मुसलमानों के खिलाफ बयान, उसमें बंगाल की हार पर क्या वजह सामने आई?

बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने जिस बैठक में दिया मुसलमानों के खिलाफ बयान, उसमें बंगाल की हार पर क्या वजह सामने आई?

पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सीटें कम हुई हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में वो 18 सीटें जीती थी, लेकिन 2024 में वो 12 सीटें ही जीत पाई. हार के कारण जानने के लिए बीजेपी मंथन कर रही है. उसकी दो दिन की बैठक है. ये मीटिंग सुवेंधु अधिकारी के बयान से और चर्चा में आ गई. उन्होंने मुसलमानों के खिलाफ बयान दिया था.

लोकसभा चुनाव-2024 में पश्चिम बंगाल में बीजेपी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. 2019 में 18 सीट जीतने वाली बीजेपी 2024 में 12 सीट ही जीत पाई. हार की वजह जानने के लिए पार्टी मंथन कर रही है. बीजेपी की ये दो दिवसीय बैठक विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के बयान से और चर्चा में आ गई. उन्होंने कहा, जो हमारा साथ देगा, हम उनका साथ देंगे. सबका साथ, सबका विकास की जरूरत नहीं. अल्पसंख्यक मोर्चा नहीं होना चाहिए, इसका कोई काम नहीं. हम जीतेंगे, हम हिन्दुओ और संविधान को बचाएंगे.

इस बैठक में नेताओं ने हार की वजह भी बताई. कई नेताओं ने जवाबदेही की मांग की. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद सौमित्र खान ने राज्य संगठन में नेतृत्व परिवर्तन की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हमारे निराशाजनक प्रदर्शन के बाद प्रदेश संगठन में अधिक जवाबदेही और बदलाव की जरूरत है. बदलाव जरूरी है क्योंकि राज्य में लोगों ने हमें संदेश भेज दिया है.

एक अन्य वरिष्ठ बीजेपी नेता ने निराशाजनक चुनावी नतीजों के बाद राज्य इकाई में आमूल-चूल परिवर्तन की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि अगर हम 2026 के विधानसभा चुनावों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहते हैं तो हमें जल्द से जल्द अपना घर व्यवस्थित करना होगा. राज्य इकाई में बदलाव समय की मांग है.

अन्य नेताओं ने क्या कहा?

सौमित्र खान की भावनाओं को दोहराते हुए, बैरकपुर लोकसभा सीट से हारने वाले पूर्व बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने कमियों को स्वीकार किया. उन्होंने कहा, हमें पार्टी की चुनौतियों को स्वीकार करना चाहिए, चाहे वह संगठनात्मक हो या अन्य. 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले उन्हें तेजी से संबोधित करना चाहिए.

बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे राज्य में पार्टी की संभावनाओं का संकेत नहीं हो सकते. उन्होंने कहा, हम आगे के रास्ते पर चर्चा करेंगे, जबकि हमारी सीटों की संख्या 18 से घटकर 12 हो गई है, हमें यह पहचानने की जरूरत है कि क्या काम नहीं आया. हमें कड़ी मेहनत करनी चाहिए और टीएमसी के हमले और कुशासन का मुकाबला करना चाहिए. मजूमदार ने बताया कि सीटों में कमी के बावजूद नतीजों के सकारात्मक पहलू भी हैं.

उन्होंने कहा कि बीजेपी भले ही हार गई है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम बंगाल में महत्वहीन हैं. धमकी के बावजूद हमने लगभग 39 प्रतिशत वोट हासिल किए. कोलकाता नगर निगम क्षेत्र के कई वार्डों में हम वोट शेयर के मामले में आगे हैं. बैठक में बोलते हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और नेता सुवेंदु अधिकारी ने स्पष्ट किया कि मैंने संगठन की देखरेख नहीं की. मैं पश्चिम बंगाल में विपक्ष का नेता हूं और ऐसा कोई उदाहरण नहीं है जहां मैंने पार्टी के खिलाफ टिप्पणी की हो.