Gulal Gota: क्या होता है गुलाल गोटा, एक बार फिर क्यों हैं डिमांड में, जानें सबकुछ
Holi 2023: रंगों का त्योहार होली लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर मनाते हैं. वहीं इन दिनों इको फ्रेंडली गुलाल गोटा काफी चर्चा में है. आइए जानें क्या होता है गुलाल गोटा.
रंगों का त्योहार होली देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है. होली के दौरान आमतौर से केमिकल युक्त रंगों का इस्तेमाल किया जाता है. ये रंग त्वचा और बालों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं. लेकिन एक बार फिर गुलाल गोटा चर्चा में है. जानें इसके बारे में सबकुछ. (Photo Credit: Insta/alife_lessordinary)
ये गोले इको फ्रेंडली अरारोट के रंग से भरे होते हैं. गुलाल गोटा पर लाख की पतली परत होती है. ये रंग जब किसी व्यक्ति पर फेंका जाता है तो वो रंग से सरोबर हो जाता है. (Photo Credit: Insta/creativitybyity)
रंग से भरे लाख के गोले बहुत ही नाजुक होते हैं. ये रंग व्यक्ति को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचाते हैं. गुलाल गोटा पांरपरिक रूप से जयपुर में बनाया जाता है. यहां के कुछ मुस्लिम परिवार पीढ़ियों से इस तरह के रंग बनाते आ रहे हैं. (Photo Credit: Insta/creativitybyity)
होली के त्योहार से लगभग 2 महीने पहले इन रंगों को बनाने का काम शुरु हो जाता है. आज भी शाही परिवार गुलाल गोटा से होली खेलना काफी पसंद करते हैं. गुलाल गोटा से होली खेलने की परंपरा लगभग 400 साल पुरानी है. जयपुर के तत्कालीन शाही परिवार इन रंगों से होली खेला करते थे. (Photo Credit: Insta/creativefingersbyab)