यहां के लोगों को खूब टेस्टी लगता है कच्चा मीट और फिश, वजह जानकर आप भी पकड़ लेंगे सिर

यहां के लोगों को खूब टेस्टी लगता है कच्चा मीट और फिश, वजह जानकर आप भी पकड़ लेंगे सिर

जापान में तेज मसालों और सीजनिंग का इस्तेमाल करते हुए भोजन पकाया जाता है, लेकिन इसके पीछे आखिर क्या कारण है कि जापान के लोग कच्चा मीट और फिश खाते हैं?

Japanese Eats Raw Meat: जापानी लोग अपने कल्चर को लेकर दुनियाभर में जाने जाते हैं. लेकिन यहां का फूड भी इस देश की अपनी ही स्पेशलिटी है. वैसे को मीट या फिर फिश को कुक करके ही खाया जाता है, लेकिन जापानी लोग इसे कच्चा खाते हैं. जापान में मीट और फिश खाने का भी एक अपना अलग तरीका है. जापान के कलीनरी कल्चर के मुताबिक, ज्यादातर व्यंजन ताजी सामग्री से ही तैयार किए जाते हैं और वही चीज फिश और मीट को लेकर भी फॉलो की जाती है.

यहां फूड को फ्रिज में नहीं रखा जाता है. इसके अलावा, जापान में तेज मसालों और सीजनिंग का इस्तेमाल करते हुए भोजन पकाया जाता है, लेकिन इसके पीछे आखिर क्या कारण है कि जापान के लोग कच्चा मीट और फिश खाते हैं?

कच्चा मीट और फिश खाने के शौकीन

यूं तो जापान के खाने को एशिया के सबसे बेस्ट कुजीन के तौर पर गिना जाता है. लेकिन यहां कच्चे मीट और फिश खाने के कल्चर ने दुनियाभर के लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. अच्छी तरह से धोने, साफ करने और सही सामग्री के साथ मैरीनेट करने के बाद कच्ची फिश या मीट को खाया जा सकता है. लेकिन जापान के लोगों का मानना है किमीट या फिश को पकाने, फ्राई या भूनने से अक्सर प्रोटीन और हेल्दी फैट खत्म हो जाती है. इसके पीछे एक और कारण है कि इन्हें पकाने या फ्राई करने से हेटेरोसाइक्लिक एमाइन जैसे हानिकारक कंपाउंड का निर्माण होता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.

लोगों को है पसंद

जापान के लोगों को कच्चा मीट और फिश खाना पसंद है. दिलचस्प बात यह है कि यहां फ्रेश मीट और फिश खाना इस देश की संस्कृति में है. जापानी व्यंजनों को हेल्दी क्यों माना जाता है, इसका कारण ये भी है कि वह भोजन की तैयारी से लेकर हर छोटी-छोटी चीज का ध्यान रखते हैं. वह खाद्य पदार्थों को कई बार साफ करते हैं और धोते हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनमें कोई हानिकारक पदार्थ नही हैं.