बाली से कम नहीं है मेघालय की ये छिपी हुई जगह, तस्वीरें देखते ही कहेंगे WOW!
बाली को टक्कर देने वाला मेघालय ऊंचाइयों से गिरते झरने, धरती को चूमते बादल और हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ पूर्वोत्तर भारत का एक राज्य है. 'बादलों के घर' मेघालय में वारी चोरा एक रहस्मयी या छिपी हुई लोकेशन है. तस्वीरों में इसकी खूबसूरती देख आप दीवाने हो जाएंगे.
बारिश के दौरान मेघालय स्वर्ग लगता है और वारी चोरा की नेचुरल ब्यूटी देख लोगों की आंखें खुली रह जाती हैं. मेघालय की इस छिपी हुई लोकेशन का दीदार करने बहुत कम लोग आते हैं क्योंकि यहां पहुंचना थोड़ा मुश्किल है. चलिए तस्वीरों में करवाते हैं आपको बादलों के घर मेघालय के वारी चोरा की सैर... (फोटो: Insta/@wander_monkeys)
यहां रहने वाले आदिवासी समूह गारो का इतिहास बहुत पुराना है और उनका प्रकृति से एक गहरा संबंध बना हुआ है. गारो खुद को चिक भी बुलाते हैं जो शिकार और प्लांट्स की मेडिकल नॉलेज के लिए जाने जाते हैं. (फोटो: Insta/@sturdybbyyy)
प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ वारी चोरा गुवाहाटी और शिलांग से करीब 290 किलोमीटर दूर है. और यहां इस जगह पर पहुंचने के लिए कम से कम 1 दिन लगता है. यहां पहुंचते समय गूगल मैप नहीं लोकल से रास्ता पूछना बेहतर रहता है. (फोटो: Insta/@tribal411_adventurer)
इस लोकेशन की खूबसूरती को निहारने का सबसे बढ़िया तरीका नदी में कराए जाने वाली बोटिंग है. वैसे यहां यात्री ट्रैकिंग, कैंपिंग या फैमिली ट्रिप का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं. वारी चोरा में घूमने का बेस्ट टाइम नवंबर से फरवरी के बीच है. (फोटो: Insta/@aditya_handique)