सुबह 4 से 6 के बीच क्यों नहीं चलाना चाहिए एसी या कूलर, इसके हैं कई नुकसान

सुबह 4 से 6 के बीच क्यों नहीं चलाना चाहिए एसी या कूलर, इसके हैं कई नुकसान

क्या आप जानते हैं कि सुबह के 4 से 6 के बीच एसी या कूलर को बंद कर देना चाहिए. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के डॉ. जुगल किशोर ने टीवी9 से खास बातचीत में इस समय एसी चलाने के कई नुकसान बताएं. जानें इसके बारे में..

गर्मी में एयर कंडीशनर (एसी) या कूलर में बैठे बिना हमें चैन नहीं आता है. एसी या कूलर की आदत हमें इस कदर पड़ जाती है कि हर समय इनका इस्तेमाल किया जाता है. गर्मी में सुकून की नींद लेनी हो तो सबसे पहले एसी/कूलर ऑन किए जाते हैं. गर्म हवाओं और मौसम से राहत दिलाने वाली इन चीजों से भले ही आराम मिले, लेकिन इनके कई नुकसान भी हैं. एसी के इस्तेमाल का चलन बहुत ज्यादा बढ़ गया है और इस वजह से लोगों को कई हेल्थ प्रॉब्लम भी होती है.

दिन ही नहीं रात में भी घंटों लगातार एसी चलता है. क्या आप जानते हैं कि सुबह के 4 से 6 के बीच एसी या कूलर को बंद कर देना चाहिए. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के डॉ. जुगल किशोर ने टीवी9 से खास बातचीत में इस समय एसी चलाने के कई नुकसान बताएं. जानें इसके बारे में..

क्यों सुबह 4 से 6 के बीच नहीं चलाना चाहिए एसी

डॉ. जुगल किशोर कहते हैं कि सुबह 4 से 6 के बीच हमारे शरीर अंदर से भी रेस्ट मूड में होता है. क्योंकि बॉडी इनएक्टिव होती है और ऐसे में एसी की वजह से मसल्स पर एक्स्ट्रा प्रेशर आता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि कंडीशन में हमारी बॉडी बेसल मेटाबॉलिज्म में चली जाती है. रूम टेंपरेचर के कम होने पर बॉडी भी ठंडी होने लगती है. इस वजह से एनर्जी भी ज्यादा लगती है.

डॉ. जुगल कहते हैं कि इस कंडीशन में बॉडी में कोल्ड या कफ की दिक्कत हो सकती है. इतना ही नहीं हमें Muscle Spasms होने लगता है. इसमें मांसपेशियों में खिंचाव होने लगता है. अगर आप लगातार इस तरह सोते हैं तो इससे हार्ट अटैक या दिल संबंधित समस्याएं भी होने लगती है. साथ ही सांस लेने में तकलीफ या फिर अस्थमा भी हो सकता है. 4 से 6 के टाइम के दौरान ठंड ज्यादा लगती है और लोग कपड़ा या कंबल ओढ़ लेते हैं.

करें ये उपाय

अगर आप को एसी में सोने की आदत है तो कई उपाय करने चाहिए. वैसे तो सुबह 4 से 6 के बीच एसी को बंद कर देना चाहिए. ऐसा नहीं कर सकते हैं तो इसका टेंपरेचर 28 पर रखें. साथ ही कंबल या चादर अपने साथ रखें.

सांस के मरीजों को एसी का कम ही इस्तेमाल करना चाहिए. वे इसमें सोने के आदी हैं तो रोजाना मेडिटेशन या योग करें.