शौक से खाते हैं लीची, एक बार जान लें इसके ये 5 नुकसान

शौक से खाते हैं लीची, एक बार जान लें इसके ये 5 नुकसान

लीची को खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती. पर क्या आप जानते हैं कि लीची को खाने से जुड़ी गलतियों से चुटकियों में नुकसान दिखने लगता है. चलिए आपको बताते हैं लीची से होने वाले 5 नुकसानों के बारे में...

कुछ लोग खासकर बच्चों को लीची के स्वाद के लिए गर्मियों का खास इंतजार रहता है. मीठी और रस से भरी लीची को खाने वालों को ये भी ध्यान नहीं रहता है कि उन्हें कितनी लीची खानी चाहिए. इसका स्वाद बेहद लाजवाब है इसलिए ज्यादातर लोग इसे खाते समय लिमिट भूल जाते हैं. ये ऐसा फल है जो अमूमन हर बच्चे का फेवरेट है. गर्मियों में लीची आती है और इसे खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती. पर क्या आप जानते हैं कि लीची को खाने से जुड़ी गलतियों से चुटकियों में नुकसान दिखने लगता है. चलिए आपको बताते हैं लीची से होने वाले 5 नुकसानों के बारे में….

लीची से होने वाले 5 नुकसान

मोटापा

भले ही लीची में फाइबर, सोडियम या दूसरे पोषक तत्व क्यों न हो पर अगर इसे ज्यादा खाया जाए तो सेहत बिगड़ भी सकती है. इसमें नेचुरल शुगर काफी ज्यादा होती है और समर सीजन में आप इसे लगातार खाते हैं तो इससे फैट बढ़ने लगता है. बैली फैट के बढ़ने से कुछ समय बाद शरीर में मोटापा तक नजर आने लगता है.

पेट का खराब होना

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर कोई लगातार लीची को खाता है तो इससे पेट खराब, डायरिया या पेट में दर्द की दिक्कत हो सकती है. लीची की तासीर गर्म होती है इसलिए ये फूड प्वाइजनिंग का कारण बन सकती है. लोगों को लगता है कि ये ठंडा फल है जबकि ऐसा नहीं है.

लो ब्लड प्रेशर

जिन्हें लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो उन्हें दो या चार ही लीची खानी चाहिए. ज्यादा लीची खाने से इस बीमारी के मरीजों का बीपी डाउन होने लगता है. समस्या होने पर शरीर में सुस्ती, बेहोशी महसूस हो सकती है.

एलर्जी के होने पर

अगर किसी को पहले से एलर्जी है तो उसे भी ज्यादा लीची का सेवन नहीं करना चाहिए. एक्सपर्ट्स का कहना है कि लीची को खाने से एलर्जी, खुजली या त्वचा पर लालपन की समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है.

लीची को खाते समय इस चीज का रखें ध्यान

अगर आप लीची खाना चाहते हैं तो इसे पहले पानी में भिगोकर कुछ देर के लिए छोड़ दें.

इसके अलावा हमेशा लीची को खाने का समय टुकड़ों में बांट लें. साथ ही एक बार में 3 या 4 लीची ही खानी चाहिए.