Amarnath yatra 2023: अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले जानें क्या करें और क्या ना करें, पढ़ें- Full List

Amarnath yatra 2023: अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले जानें क्या करें और क्या ना करें, पढ़ें- Full List

Amarnath yatra 2023: अमरनाथ यात्रा पर जाने के दौरान श्रद्धालुओं को गुलाब जामुन, रसगुल्ला, हलवा और जलेबी के साथ-साथ किसी भी तरह के हलवाई आइटम्स नहीं ले जाना होगा. जबकि उत्तपम, इडली, सांबर, पोहा और ढोकला, वेजेटेबल मोमो भी ले जा सकते हैं.

नई दिल्लीः अमरनाथ की यात्रा अगले महीने 1 जुलाई से शुरू होने जा रही है, जो 62 दिनों तक (31 अगस्त 2023) चलेगी. सबसे मुश्किल यात्राओं में से एक यह यात्रा जम्मू-कश्मीर में 14 किलोमीटर तक की यात्रा है. हजारों की संख्या में हर साल लोग इस पवित्र यात्रा में शामिल होते हैं, हालांकि अमरनाथ यात्रा को लेकर कई तरह के कड़े गाइडलाइंस भी होते हैं क्योंकि बेहद ऊंचाई के साथ-साथ खड़ी चढ़ाई और बेहद पतले रास्तों से होकर गुजरना होता है.

अमरनाथ की यात्रा करने से पहले श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है. इस साल की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है. रजिस्ट्रेशन की खास बात यह है कि यात्रा शुरू करने से पहले करीब एक महीना पहले अपना नाम दर्ज करवाना होता है. यात्रा शुरू करने से पहले श्रद्धालुओं का मेडिकल चेकअप होता है क्योंकि ऊंचाई पर जाने के दौरान ऑक्सीजन लेवल कम होने लगता है, ऐसे में यात्रा के दौरान किसी तरह की कोई समस्या न आए इसलिए पवित्र गुफा तक जाने वाले श्रद्धालुओं का लगातार चेकअप कराया जाता है. श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) जो पवित्र गुफा का प्रभारी है, और इसी बोर्ड की अगुवाई में यात्रा संपन्न कराई जाती है.

यात्रा के दौरान कौन सा फूड आइटम

पवित्र गुफा की ओर यात्रा के लिए टाइमिंग भी सेट किए गए हैं. यह यात्रा सुबह 5 बजे शुरू हो जाती है. यहां पर तापमान 2 डिग्री से माइनस 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है. यात्रा के दौरान लगातार बढ़ती ठंड की वजह से कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं (भूख न लगना, उल्टी, थकान, कमजोरी, चक्कर आना और सोने में कठिनाई आदि) पैदा हो जाती है, इसको देखते हुए श्राइन बोर्ड ने हेल्थ एडवाइजरी जारी की है जिसमें यात्रा के दौरान खाने-पीने की कई चीजों को ले जाने को लेकर रोक लगाई गई है.

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बोर्ड ने यात्रा के दौरान किसी भी तरह के नॉनवेज आइटम, डोसा, पूरी, भटूरे, स्टफ परांठा, फ्राइड पापड़, अचार, फास्ट फूड, चटनी, ब्रेड बटर, हैवी पुलाव, फ्राइड राइस, पिज्जा, बर्गर, चाउमीन, क्रीम से बनी चीजों को ले जाने पर रोक लगाई है, साथ ही कहा है कि गुलाब जामुन, रसगुल्ला, हलवा और जलेबी के साथ-साथ किसी भी तरह के हलवाई आइटम्स नहीं ले जा सकेंगे. चिप्स, कुरकुरे, नमकीन मिक्सर, पकौड़े और समोसे के साथ-साथ डीप फ्राइड चीजें, काढ़ा और कोल्ड ड्रिंक्स भी नहीं ले जा सकेंगे.

यात्रा के दौरान बोर्ड ने हरी सब्जी, दाल, साग, आलू, अनाज, बेसन करी, हरा सलाद, फल और अंकुरित अनाज के साथ-साथ जीरा चावल, खिचड़ी, या फिर सादा चावल ले जा सकते हैं. रोटी, दाल रोटी, मिस्सी रोटी, बिना मक्खन या तेल की मक्की की रोटी, तंदूरी रोटी, कुलचा या डबल रोटी भी ले जाने की अनुमति है. उत्तपम, इडली, सांबर, पोहा और ढोकला, वेजेटेबल मोमो भी ले जा सकते हैं.

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सफर के दौरान श्रद्धालुओं को पीने के लिए, कॉफी, शरबत, हर्बल टी, नींबू स्क्वैश, नींबू पानी, लो फैट मिल्क, फ्रूट जूस, सूप के अलावा मिनरल वाटर ले जा सकेंगे. साथ ही चावल की खीर, साबूदाना की खीर, दलिया, शहद, रोस्टेड पापड़, खाखरा, तिल का लड्डू, ढोकला, गजक यानी चिक्की, रेवड़ी, मखाने, मुरमुरा, सूखा पेठा, आंवले का मुरब्बा और हरा नारियल ले जा सकते हैं.

यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को बोर्ड की ओर से जारी किए गए गाइडलाइंस का भी पालन करना होगा. बोर्ड ने पवित्र यात्रा के सफर के दौरान कई गाइडलाइंस का पालन करने को कहा है, साथ 5 चीजों को नहीं करने का कहा गया है.

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यात्रा के दौरान क्या ना करें (DON’TS)

  1. आरएफआईडी कार्ड (Radio Frequency Identification (RFID) के बिना किसी भी रजिस्टर्ड यात्री को यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं होगी.
  2. उन जगहों पर न रुकें जहां पर चेतावनी के नोटिस लगाए गए हैं.
  3. यात्रा के दौरान चप्पल का इस्तेमाल ना करें. पवित्र गुफा के रास्ते में खड़ी चढ़ाई और उतार है, ऐसे में लेस वाले ट्रेकिंग शूज ही पहनें.
  4. रास्ते में किसी भी तरह के शॉर्ट कट की कोशिश ना करें. ऐसा करना खतरनाक हो सकता है.
  5. आने-जाने के दौरान ऐसा कुछ भी न करें जिससे प्रदूषण फैले या यात्रा क्षेत्र का दूषित हो. जम्मू-कश्मीर में प्लास्टिक का इस्तेमाल प्रतिबंधित है और कानून के तहत दंडनीय भी है.

यात्रा के दौरान क्या करें (DO’s)

  1. हर रजिस्टर्ड श्रद्धालुओं को पवित्र यात्रा शुरू करने से पहले जम्मू या श्रीनगर में चिन्हित स्थानों से अपना आरएफआईडी कार्ड हासिल करना अनिवार्य है.
  2. आरएफआईडी कार्ड पाने के लिए अपने साथ आधार कार्ड साथ रखें.
  3. सुरक्षा के लिए यात्रा के दौरान हर समय आरएफआईडी टैग को पहने रखें.
  4. यात्रा के लिए शारीरिक फिटनेस का उच्चतम स्तर हासिल करने की तैयारी करें. इसके लिए यह सलाह दी जाती है कि यात्रा से कम से कम एक महीने पहले से ही करीब 4-5 किमी सुबह या शाम टहलने जाएं. ऑक्सीजन लेवल सुधारने की कोशिश करें. इसके लिए गहरी सांस लेने के व्यायाम और योग, खासतौर पर प्राणायाम करना शुरू कर देना चाहिए.
  5. इस यात्रा में ऊंचाई वाले जगहों पर तेज ठंडी हवाओं का सामना करना होगा. इसके लिए पर्याप्त ऊनी कपड़े होने चाहिए, एक छोटा छाता हो, विंडचीटर, रेनकोट, वाटरप्रूफ ट्रेकिंग शूज, टार्च, वॉकिंग स्टीक, कैप (मंकी कैप को प्राथमिकता दें), ग्लब्स, जैकेट, ऊनी मोजे, ट्राउजर (खासतौर से वाटरप्रूफ). ये सभी चीजें आवश्यक हैं क्योंकि इन जगहों पर कभी भी मौसम बदल सकता है, कड़ी धूप के बीच अचानक बारिश और बर्फबारी भी हो सकती है. यही नहीं तापमान भी अचानक 5 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे गिर सकता है.
  6. महिला श्रद्धालुओं के लिए यात्रा के दौरान साड़ी पहनना सही नहीं होगा. उनके लिए सलवार कमीज, पैंट-शर्ट या ट्रैक सूट पहनना बेहतर रहेगा. 6 हफ्ते से अधिक की गर्भवती औरतों के लिए यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी.
  7. 13 साल से कम उम्र के बच्चों और 70 साल से अधिक उम्र वालों को भी तीर्थ यात्रा की अनुमति नहीं होगी.
  8. आपका सामान ढोने वाला कुली/घोड़ा/टट्टू को साथ में ही रहना होगा क्योंकि मौसम बिगड़ने पर अचानक किसी भी चीज की जरूरत पड़ सकती है.
  9. पहलगाम या बालटाल से आगे की यात्रा के दौरान, अतिरिक्त कपड़ों या खाने की चीजों को वाटर प्रूफ बैग में रखना चाहिए.
  10. यात्रा के दौरान पानी की बोतल, सूखे मेवे, भुने हुए चने, टॉफी, गुड़, चॉकलेट आदि साथ रखें.
  11. अपने हाथों या चेहरे को सनबर्न आदि से बचाने के लिए कोल्ड क्रीम, वैसलीन या सनस्क्रीन साथ रखें.
  12. अकेले यात्रा नहीं करें. हमेशा एक ग्रुप में यात्रा करें. साथ ही यह तय करें कि ग्रुप में शामिल सभी लोग, आपके आगे या पीछे चल रहे हैं और हमेशा आपकी नजर में रहें.
  13. आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई करने के लिए अपनी जेब में एक नोट रखें जिसमें आपके ग्रुप के उस सदस्य का नाम, पता, मोबाइल फोन नंबर लिखा हो जो आपके साथ यात्रा कर रहे हैं. साथ ही अपना यात्रा परमिट और कोई अन्य पहचान पत्र भी साथ रखना होगा.
  14. यात्रा की वापसी के दौरान अपने ग्रुप के सभी लोगों के साथ ही आधार शिविर छोड़ना होगा. यदि आपके ग्रुप का कोई सदस्य लापता हो गया है तो आपको पुलिस की सहायता लेनी होगी.
  15. अपने साथ यात्रा करने वाले अपने साथी यात्रियों की हर संभव मदद करनी चाहिए और यह यात्रा पवित्र मन से करनी चाहिए.
  16. प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी किए जाने वाले निर्देशों का कड़ाई से पालन करना चाहिए.
  17. तीर्थयात्रा के दौरान पर्यावरण का सम्मान करें और कहीं भी गंदगी नहीं करें.
  18. सभी अपशिष्ट पदार्थों को कूड़ेदान में डालें. सभी जैविक कचरे को हरे रंग के कूड़ेदान में ही डालें.
  19. यात्रा के दौरान शिविरों और अन्य जगहों पर बने शौचालयों या मूत्रालयों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.