वाह रे असम पुलिस! आरोपियों को पकड़ने में छूटे पसीने, परिजनों को गिरफ्तार कर जेल में ठूंसा

वाह रे असम पुलिस! आरोपियों को पकड़ने में छूटे पसीने, परिजनों को गिरफ्तार कर जेल में ठूंसा

असम में सरकार की ओर से बाल विवाह के खिलाफ चल रही कार्रवाई को लेकर अब पुलिस पर ही सवाल उठने लगे हैं. पुलिस पर आरोप लगा है कि आरोपियों को पकड़ने में विफल होने के बाद वो परिवार वालों को गिरफ्तार कर ले गई है.

असम में बाल विवाह के मामले में अब पुलिस की कार्रवाई पर ही सवाल उठने लगे हैं. आरोपियों को गिरफ्तार करने में फेल हुई पुलिस उनके परिजनों को गिरफ्तार करके जेल में रखी है. एक सब्जी विक्रेता ने आरोप लगाया है कि जब पुलिस उसके बड़े भाई को गिरफ्तार नहीं कर पाई तो उसके माता-पिता को ही गिरफ्तार कर ले गई है. 3 फरवरी से कार्रवाई शुरू होने के बाद से अभी तक 93 महिलाओं सहित 3,041 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सब्जि विक्रेता ने आरोप लगाया है कि नाबालिग से कथित तौर पर शादी करने के आरोप में उसके बड़े भाई को पकड़ने आई पुलिस को जब वो नहीं मिला तो पुलिस ने उसकी 50 साल की मां को गिरफ्तर कर ले गई है. उसने आरोप लगाया है कि बक्सा जिले से गिरफ्तार की गई 23 महिलाओं में उसकी 50 साल की मां भी शामिल है.

मटिया ट्रांजिट कैंप में रखा गया

सब्जी विक्रेता की मां को गोलपाड़ा जिले के मटिया ट्रांजिट कैंप में रखा गया है. यह असम का पहला डिटेंशन सेंटर है जिसे विशेष रूप से अवैध विदेशियों को रखने के लिए बनाया गया है, लेकिन फिलहाल कैंप को बाल विवाह के मामलों में गिरफ्तार लोगों को रखने के लिए एक अस्थायी रूप से जेल घोषित किया गया है.

सब्जी विक्रेता ने कहा, जब पुलिस उसके घर आई तो मेरा बड़ा भाई घर पर नहीं था, इसलिए उन्होंने हमारे माता-पिता को ही गिरफ्तार करके ले गई है. इसके बाद हमने सोचा कि भाई की गिरफ्तारी के बाद माता-पिता को छोड़ दिया जाएगा. इसके लिए उसका भाई खुद थाने पहुंचा, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया लेकिन माता-पिता को अभी तक जेल में ही रखा है.

आधा परिवार जेल में बंद

विक्रेता आगे बताता है कि उसका आधा परिवार जेल में है, घर पर किसी के नहीं रहने की वजह से उसकी भाभी अपने मायके वापस चली गई हैं. उनके दो छोटे बच्चे हैं जिनका वो देखभाल करती है. मेरी छोटी बहन और मैं बारी-बारी से खाना बनाते हैं. जब मैं जेल में अपनी मां से मिलने के लिए गया तो उन्होंने मुझसे घर को अच्छे से चलाने के लिए कहा.

इसी जिले के अन्य गांव में भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है. जहां पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने में असफल रही तो उसके माता-पिता को ही गिरफ्तार कर ले गई. महिला की उम्र 50 साल है. 3 फरवरी की तड़के जब पुलिस उनके बेटे को गिरफ्तार करने के लिए उनके घर पहुंची तो बेटा नहीं मिला जिसके बाद उसके माता-पिता को ही गिरफ्तार करके ले गई. इस महिला को भी मटिया ट्रांजिट कैंप में ही रखा गया है.