Manipur Violence: मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, पूर्व विधायक समेत 3 अरेस्ट, हथियार भी बरामद

Manipur Violence: मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, पूर्व विधायक समेत 3 अरेस्ट, हथियार भी बरामद

Manipur Violence: मणिपुर में आज एक हिंसा की चपेट में आ गया जानकारी के अनुसार न्यू चेकोन में अज्ञात बदमाशों ने चार घरों आग के हवाले कर दिया.हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

इंफाल: मणिपुर में आज यानी सोमवार को एक फिर हिंसा भड़क गई.उपद्रवियों ने एक बार घरों में आग लगाना शुरू कर दिया. हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. राज्य में एक बार फिर तनाव की स्थिति बनी हुई है. वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इंफाल के चेकोन इलाके में हिंसा भड़काने के आरोप में एक पूर्व विधायक सहित दो सुरक्षकर्मियों को हिरासत में लिया गया है.

मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि आज एक पूर्व विधायक सहित तीन लोगों को इंफाल पूर्व में न्यू चेकॉन (न्यू लेम्बुलेन) में विक्रेताओं और दुकानदारों को धमकाने के आरोप में पुलिस ने उठाया है. उनसे से पूछताछ की जा रही है. मुख्यमंत्री ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. सीएम के अनुसार इन लोगों के पास से तीन बंदूकें बरामद हुई थी.

ये भी पढ़ें- AAP के साथ कांग्रेस का हाथ, केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ करेगी समर्थन

एक महीने से हिंसा की आग में जल रहा है मणिपुर

वहीं सीएम बीरेन ने शाम 4 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी है. आपको बता दें कि मणिपुर पिछले एक महीने से हिंसा की आग में जल रहा है.मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के विरोध में लोगों ने एकजुटता मार्च निकाला था. इस हिंसा में 70 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं इस हिंसा के चलते हजारों लोगों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था.

हिंसा को रोकने के लिए सेना और अर्धसैनिक बल राज्य में डेरा डाले हुए हैं, नियमित गश्त लगा रहे हैं और नागरिकों की मदद कर रहे हैं. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है और दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की है.

26 मई तक इंटरनेट सेवाओं रहेगी बाधित

इस बीच, मणिपुर सरकार ने एक नई अधिसूचना जारी की है. जानकारी के अनुसार राज्य में इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को और पांच दिनों के लिए बढ़ा दिया है. अब ये बैन 26 मई तक रहेगा. सूत्रों के अनुसार सेना के सूचना मिलने पर 48 घंटे के अंदर मालोम डिपो पहुंच गई और अगले 12 घंटे के अंदर पूरे डिपो को खाली कर दिया गया. जानकारी के अनुसार एटीएफ टैंकरों को खाली किया गया और नागरिक और रक्षा दोनों में कई उड़ानों में ईंधन भर दिया गया है.

ये भी पढ़ें- बिना कपड़े के बाथरूम में पड़ी थी आदित्य की लाश, कैसे हुई मौत?