दोस्तों ने खेल में दिया चैलेंज तो लड़की ने खाई आयरन की 45 गोलियां, तीन दिन बाद तोड़ा दम

दोस्तों ने खेल में दिया चैलेंज तो लड़की ने खाई आयरन की 45 गोलियां, तीन दिन बाद तोड़ा दम

आयरन की गोलियां हेडमास्टर के कमरे में रखी हुई थी. 5 दोस्तों के बीच सबसे ज्यादा गोलियां खाने की शर्त लगी थी.

ऊटी में 13 साल की बच्ची की मौत का मामला सामने आया है. ये छात्रा ऊटी म्युनिसिपल उर्दू मिडिल स्कूल में पढ़ती थी. उसकी मौत आयरन की गोलियां खाने से हुई हैं. जानकारी के मुताबिक वह अपने दोस्तों के साथ एक गेम खेल रही थी जिसमें उसे ज्यादा से ज्यादा आयरन की गोलियां खाने की चुनौती दी गई थी. ये गोलियां हेड मास्टर के कमरे में रखी थीं. इस चुनौती को पूरा करने के लिए 13 साल की फातीमा 45 आयन की गोलियां खा गई. इसके तीन दिन बाद उसकी मौत हो गई.

फातीमा जिन 5 दोस्तों के साथ ये गेम खेल रही थी, उन्हें भी चक्कर आने की शिकायत के बाद ऊटी गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इन 5 बच्चों में दो लड़के और तीन लड़कियां शामिल थीं. लड़के ठीक होकर वापस आ गए हैं लेकिन लड़कियों को आगे के इलाज के लिए कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज ह़स्पिटल भेज दिया गया है.

अस्पताल जाते समय रास्ते में हुई मौत

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब फातिमा की तबीयत बिगड़ी तो उसे तुरंत चेन्नई के स्टेनली मेडिकल कॉलेज भेजा गया हालांकि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. ये पूरा मामला पिछले सोमवार का है.जिला मुख्य शिक्षा अधिकारी ए मुनिस्वामी ने कहा, 6 छात्र लंच टाइम में जब हेड मास्टर के कमरे में घुसे तो उन्हें वो बॉक्स मिला जिसमें आयरन की गोलियां रखी हुई थीं. इसके बाद उन्होंने एक दूसरे चैलेंज दिया कि कौन सबसे ज्यादा टैबलेट खा सकता है. इसके बाद उन्होंने एक-एक करके गोलियां खानी शुरू कर दी.

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उन्होंने बताया कि दोनों लड़कों ने केवल 2-3 टैबलेट ही खाई थी जबकि तीनों लड़कियों ने कम से कम 10 गोलियां खाई थीं. वहीं फातिमा ने 45 गोलियां खाली. फातिमा की मां स्कूल में उर्दू की टीचर है. अधिकारियों के मुताबिक ये गोलियां हफ्ते में एक बार कक्षा 8वीं से 12वीं तक की छात्राओं को हफ्ते में एक बार दी जाती है. इसके लिए एक नोडल टीचर असाइन किया हुआ है लेकिन उस दिन वो टीचर लीव पर थे. मामले के बाद 7 मार्च को शिक्षा विभाग ने स्कूल के सभी 8 शिक्षकों और हेडमास्टर को मेमो जारी किया और मामले पर सफाई मांगी.