इस तारीख को पूरा हो जाएगा राम मंदिर का निर्माण कार्य, जनवरी में हो चुकी है प्राण प्रतिष्ठा

इस तारीख को पूरा हो जाएगा राम मंदिर का निर्माण कार्य, जनवरी में हो चुकी है प्राण प्रतिष्ठा

राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि "हम सभी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि राम मंदिर निर्माण का काम 30 दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाए. बता दें, 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, जिसके बाद से अब तक लाखों लोगों ने मंदिर में राम लला के दर्शन किए.

अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने राम मंदिर का निर्माण कब तक पूरा होजाएगा इसकी तारीख सबके सामने रखी. उन्होंने राम मंदिर के निर्माण पर जानकारी देते हुए बताया कि राम मंदिर का निर्माण इस साल के दिसंबर के महीने तक पूरा हो जाएगा.

राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि “हम सभी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि राम मंदिर निर्माण का काम 30 दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाए. बता दें, 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, जिसके बाद से अब तक लाखों लोगों ने मंदिर में राम लला के दर्शन किए.

जल्द पूरा होगा मंदिर का निर्माण

मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने मार्च के महीने में जानकारी देते हुए कहा कि फिलहाल लगभग 1,500 कर्मचारी कार्यरत हैं और तीन मंजिला मंदिर भवन की दो मंजिलों के निर्माण में तेजी लाने के लिए 3,500 से ज्यादा श्रमिकों को जल्द ही तैनात किया जाएगा. मिश्रा ने कहा कि हाल ही में मंदिर निर्माण समिति की एक बैठक हुई और यह निर्णय लिया गया कि राम जन्मभूमि परिसर में निर्माण इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा.

161 फीट ऊंचा है राम मंदिर

अयोध्या राम मंदिर एक भव्य मंदिर है, यह मंदिर गुलाबी बलुआ पत्थर से बनाया गया है और 2.77 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है. मंदिर एक बड़े प्रांगण से घिरा हुआ है और इसमें अन्य हिंदू देवताओं को समर्पित कई छोटे मंदिर हैं. मंदिर की सबसे खास विशेषता विशाल शालिग्राम पत्थर है, माना जाता है कि यह काला पत्थर भगवान राम का प्रतिनिधित्व करता है और इसे नेपाल में गंडकी नदी से लाया गया था. मंदिर 161 फीट ऊंचा है और इसमें तीन मंजिल हैं, प्रत्येक का अलग-अलग मकसद है. पहली मंजिल भगवान राम को समर्पित है, जबकि दूसरी मंजिल भगवान हनुमान को समर्पित है, और तीसरी मंजिल अयोध्या के इतिहास और संस्कृति को प्रदर्शित करने वाला एक संग्रहालय है.