शव के टुकड़े किए, हल्दी-नमक लगाया, फिर… बांग्लादेशी सांसद की हत्या की इनसाइड स्टोरी

शव के टुकड़े किए, हल्दी-नमक लगाया, फिर… बांग्लादेशी सांसद की हत्या की इनसाइड स्टोरी

बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम की 'हत्या' की पूरी साजिश कोलकाता में रहकर रची गई थी. आरोपी हत्या से बहुत पहले ही कोलकाता आ गए थे. उन लोगों ने कोलकाता के एक होटल में बैठकर 'हत्या' का प्लान बनाया था और फिर अपनी योजना को अंजाम देने के बाद वे ढाका और अमेरिका लौट गए थे.

बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम मर्डर केस की सनसनीखेज और दिलदहलाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं. आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि पहले बांग्लादेशी सांसद को गला घोंटकर मारा गया और उनके शव के टुकड़े-टुकड़े किए गए. हड्डी और मांस को अलग-अलग किया गया और फिर उसमें हल्दी और नमक लगाया गया और उन्हें विभिन्न इलाकों में फेंक दिया गया.

पुलिस का कहना है कि सांसद की ‘हत्या’ की पूरी साजिश कोलकाता में रहकर रची गई थी. आरोपी हत्या से बहुत पहले ही कोलकाता आ गए थे. इन लोगों ने कोलकाता के एक होटल में बैठकर ‘हत्या’ का प्लान बनाया था. सांसद अजीम 12 मई को भारत आए थे. उनका कोलकाता आने का मकसद वहां इलाज कराना था, लेकिन वह फिर वापस बांग्लादेश नहीं लौट सके और कोलकाता में ही उनकी हत्या कर दी गई.

सीआईडी ​​सूत्रों के मुताबिक, आरोपी उनसे कम से कम 10 दिन पहले कोलकाता आ गए थे और कोलकाता के धर्मतला के पास सदर स्ट्रीट पर एक होटल ठहरे थे. होटल के रिकॉर्ड के मुताबिक, फैजल और मुस्तफिजुर नाम के दो शख्स 2 मई से वहां ठहरे हुए थे. बाद में उन्हें बांग्लादेश पुलिस ने ‘हत्या’ मामले में गिरफ्तार कर लिया है. अजीम के कोलकाता पहुंचने के एक दिन बाद 13 मई को दोनों ने होटल छोड़ दिया था.

कोलकाता के होटल में रहकर बनाया था प्लान

सदर स्ट्रीट के उस होटल में बांग्लादेश के कई लोग रहते हैं. शहर के उस इलाके में बांग्लादेशियों का आना-जाना लगा रहता है. दोनों आरोपी बिना एसी वाले कॉमन रूम में ठहरे थे. उन्होंने होटल को बताया था कि वे इलाज के लिए कोलकाता आये हैं, जिस कमरे में वे रह रहे थे. उसका किराया 1200 रुपए प्रतिदिन था.

पुलिस अधिकारी सीसीटीवी फुटेज से लेकर होटल रजिस्ट्रेशन बुक तक, हर चीज की जांच कर रही है. आरोपी ने वहां से निकलते वक्त किराया नकद दिया था. कहीं भी ऑनलाइन पेमेंट नहीं किया था. पुलिस को संदेह है कि बांग्लादेश सांसद की हत्या की योजना काफी पुरानी है. फैजल और मुस्तफिजुर 10 दिन पहले कोलकाता पहुंचे थे. जब काम पूरा हो गया तो होटल छोड़ दिया.

अजीम सबसे पहले कोलकाता आये और बराहनगर में एक दोस्त के घर रूके थे. वहां से दो दिन बाद वह गायब हो गये. पुलिस का कहना है कि न्यू टाउन के एक हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में उनकी ‘हत्या’ कर दी गई. हालांकि, उनका शव अभी तक नहीं मिला है. इस घटना में सीआईडी ​​ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल से एक संदिग्ध युवक को भी गिरफ्तार किया है. इस मामले में कुल चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

सीसीटीवी फुटेज ने खोला हत्यारों का राज

जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने आरोपियों से पूछताछ के बाद दावा किया कि सांसद के शव को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा गया था. उसके बाद हड्डियां और मांस अलग करके हल्दी मिलाई गई थी. सीसीटीवी फुटेज में सांसद 13 मई को दोपहर 2:51 बजे न्यू टाउन स्थित आवास पर जाते दिख रहे हैं. उनके साथ अमानुल्लाह उर्फ ​​शिमुल, फैसल और सिलास्ती भी थे.

हत्या के मास्टरमाइंड अख्तरुज्जमां के दो किराये के साथी जिहाद और सियाम पहले से ही घर में थे. सांसद के पहुंचने के बाद एक और हत्यारा मुस्तफिजुर वहां आया. जिहाद और सियाम ने अमानुल्लाह और उसके साथियों द्वारा सांसद की हत्या के बाद शव को टुकड़े-टुकड़े किया.

सीसीटीवी फुटेज में अमानुल्लाह, जिहाद और सियाम को हत्या के तीन घंटे बाद निकलते देखा गया था. दोनों के हाथों में बैग थे. उसमें सांसद के शरीर का एक बड़ा हिस्सा था. सियाम और जिहाद आवास के पास एक स्टोर के सामने से एक ऐप कैब में सवार हुए. पुलिस ऐप कैब ड्राइवर से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दोनों ने शरीर के अंग कहां छिपाए हैं?

शव को टुकड़े-टुकड़े कर खाया खाना

रात में अमानुल्लाह शिलास्ती और बाकी लोग उस फ्लैट में खाते-पीते हैं. सांसद के मृत शरीर का बाकी हिस्से अभी भी प्लास्टिक में लिपटा हुआ था. अगले दिन अमानुल्लाह और अन्य लोग शव के बाकी हिस्सों के साथ आवास से चले गए. शरीर के अंगों को ठिकाने लगाने के बाद सिलास्टी और अमानुल्लाह 15 मई को विमान से ढाका लौट गए. 30 अप्रैल को दोनों हवाई मार्ग से ढाका से कोलकाता गए. मुस्तफिजुर 16 मई को कलकत्ता से ढाका लौट गया. फैसल 18 तारीख को लौटा.

ढाका में बनी थी योजना

हत्या की योजना करीब एक महीने पहले से ढाका में बनी थी. मास्टरमाइंड शाहीन उर्फ ​​अख्तरुज्जमां पूर्व योजना के मुताबिक मकान किराए पर लेकर 10 मई को कोलकाता से ढाका लौटा था. ऑपरेशन पूरा करने के बाद पूरी टीम बांग्लादेश लौटने के बाद मास्टरमाइंड काठमांडू के रास्ते संयुक्त राज्य अमेरिका भाग गया. अमानुल्लाह का सांसद से पूर्व परिचय था, क्योंकि अमानुल्लाह उस देश के एक आतंकवादी संगठन का नेता था, जिसके साथ हत्यारे संसद के अच्छे संबंध थे. वहीं, दूसरी ओर एक जानकारी पुलिस को सोचने पर मजबूर कर रही है कि सांसद का मोबाइल फोन लेकर कौन या कौन बिहार के मुजफ्फरपुर गया? क्योंकि टावर लोकेशन वहीं मिली थी.