नेपाल में पकड़ा गया बिहार पुलिस का जवान, बना लिया बंधक… छुड़ाने में छूटे पसीने
भारत-नेपाल सीमा पर उस अफरातफरी मच गई, जब घोड़ासहन थाने के एक पुलिसकर्मी को इंडो-नेपाल बॉर्डर पर नेपाल पुलिस ने पकड़ लिया. घोड़ासहन पुलिस एक नेपाली व्यक्ति को पकड़ने के लिए नेपाल गई थी. इसी दौरान नेपाली लोगों ने घोड़ासहन थाने के कर्मी को पकड़कर नेपाली APF के हवाले कर दिया.
भारत-नेपाल सीमा के महुलिया पोस्ट पर उस समय अफरातफरी मच गई, जब घोड़ासहन थाने के एक पुलिसकर्मी को इंडो-नेपाल बॉर्डर पर नेपाल पुलिस ने पकड़ लिया. बाद में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की वार्तालाप के बाद नेपाल पुलिस ने पुलिसकर्मी को छोड़ दिया. घोड़ासहन थाने का पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में मुहलिया पोस्ट से होते हुए नेपाल में एक व्यक्ति को पकड़ने के लिए पहुंच गया था, जिसके बाद नेपाल पुलिस ने उसे पकड़ लिया.
घोड़ासहन थाना पुलिस एक व्यक्ति को पकड़ने के लिए मुहलिया पोस्ट के रास्ते नेपाल में गई थी, क्योंकि दोनों देश की सीमा खुली हुई है, जिस वजह से पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन थाने का एक पुलिसकर्मी नेपाल में चला गया. वह सिविल ड्रेस में था और इधर, भारतीय पुलिस ने एक नेपाली नागरिक को पकड़कर अपने साथ बैठा लिया था. इसके बाद तुरंत ही नेपाल के बाजार में ये हल्ला हो गया कि भारतीय पुलिस नेपाली सीमा में घुसकर एक नेपाली नागरिक को पकड़ कर ले जा रही है.
नेपाली APF के किया हवाले
इसी बीच घोड़ासहन थाने का पुलिसकर्मी जो नेपाल चला गया था, उसको वहां के लोगों ने पकड़कर नेपाल APF के हवाले कर दिया. इसके बाद जानकारी मिलते ही मोतिहारी SP ने सिकरहना अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को इस मामले को तुरंत देखने के लिए कहा, जिसके बाद सिकरहना अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने अपने समकक्ष नेपाल पुलिस के पदाधिकारी से बात की, जिसके बाद नेपाल पुलिस ने घोड़ासहन थाने के कर्मी को छोड़ा.
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बिहार पुलिस ने नेपाली व्यक्ति को छोड़ा
नेपाल में APF के कब्जे में थाना स्टाफ को छुड़ाने के लिए पूर्वी चंपारण पुलिस को जमकर कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. नेपाल APF के वरिष्ठ अधिकारी और सिकरहना SDPO के बीच लगातार चली वार्ता के बाद तथाकथित मद्द निषेध के आरोप में पकड़े गए नेपाली नागरिक को जिला पुलिस ने छोड़ा, तब जाकर नेपाल पुलिस ने बंधक बने बिहार पुलिस के स्टाफ को छोड़ा. वहीं, पुलिस का कहना है कि भारतीय क्षेत्र में सीमा खुली होने के कारण यह अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई.
इलाके में चर्चा का विषय बनी घटना
इस घटना के बाद बॉर्डर पर काफी देर तक भारी संख्या में तमाशबीन भी खड़े रहे और चर्चाओं का बाजार भी गर्म होता रहा. इसी के साथ ही पूर्वी चंपारण पुलिस की भारी किरकिरी हुई. एक तरफ यह घटनाक्रम पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा, पहले तो घोड़ासहन पुलिस इसको चुपचाप हल कर लेने के फिराक में थी, लेकिन नेपाल पुलिस की सख्ती से मामला काफी संगीन हो गया था.