प्रॉपर्टी डीलर अमित की मौत से दफन हो गए कई राज, IAS, IPS और गैंगस्टरों की अटक गई सांसें
प्रॉपर्टी डीलर अमित गुप्ता की मौत हो जाने से दिल्ली पुलिस सकते में आ गई है. अमित गुप्ता की मौत दिल्ली पुलिस में चर्चा का विषय रही. आईएएस, आईपीएस और गैंगस्टरों अमित की चर्चा करते रहे. पढ़ें अमित से इन लोगों का क्या कनेक्शन था?
दिल्ली में माफियाओं को राज तो अक्सर रहा, लेकिन एक ऐसा माफिया जो सिर्फ दो-तीन साल में परवान पर चढ़ा और खत्म हो भी गया. जी हां उत्तरी दिल्ली का शाहंशाह बना अमित गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अमित की मौत के साथ ही अधिकारियों और राजनेताओं का कई राज भी दफन हो गया. अमित वही व्यक्ति है, जिसके इशारे पर छह महीने पहले तक दिल्ली के अधिकारी का तबादला और पोस्टिंग हुआ करती थी.
पिछले महीने जब बुराड़ी में एक प्रॉपर्टी डीलर पर गोली चली थी, तब लोगों को पता नहीं था कि आखिर मामला क्या है? लेकिन, दो दिन पहले सर गंगाराम अस्पताल में उस व्यक्ति के आखिरी सांस लेने के साथ ही अधिकारियों की नींद उड़ गई. पल्ला गांव में 43 फार्म हाउस का मामला सबसे ज्यादा चर्चे में है.
अधिकारियों की अटकी रही सासें
सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती होटल व्यवसायी और प्रॉपर्टी डीलर अमित गुप्ता की मौत के बाद दिल्ली पुलिस में सनसनी फैल गई. बुराड़ी में उस पर हमला होने के बाद से पिछले 14 दिनों से दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों, आईएएस, आईपीएस और बड़े गैंगस्टरों के बीच यह मामला चर्चा का विषय बना रहा. दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों की अमित गुप्ता मामले को लेकर सांसें अटकी रहीं.
दिल्ली में कभी चलता था अमित का सिक्का
सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के उत्तरी जिले में नए उपराज्यपाल वी.के सक्सेना के आने से पहले सिक्का चलता था. सूत्र की मानें तो अमित गुप्ता की इतनी हनक थी कि जिस अधिकारी ने उसकी बात नहीं मानी, उसे एक सप्ताह के भीतर वहां से रवाना कर देता था. पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अमित के पास सरकारी जमीनों को निजी कास्तकारों के नाम कराने का कारोबार होता था. कुछ वर्षों में ही अमित 200 करोड़ का आदमी हो गया. उत्तरी जिले में जो अधिकारी भी अमित के काम में आनाकानी करता था, उसके खिलाफ वरिष्ठ अधिकारियों से कह कर तबादला करा देता था.
मेरे खिलाफ जो जाएगा, वह नौकरी नहीं कर पाएगा
सूत्रों की मानें तो उत्तरी दिल्ली के पल्ला गांव में नए 43 फार्म हाउस अमित गुप्ता ने अधिकारियों और राजनेताओं के लिए बनवाया था. बदले में अलग-अलग जगहों पर कारोबार करता था. इसमें कुछ सांसद, विधायक, दिल्ली के आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को वहां फार्म हाउस दिया. दिल्ली में पिछले दिनों लैंड स्केम की जांच के आदेश के बाद जो एडीएम और एसडीएम सस्पेंड हुए, उसमें भी अमित गुप्ता का ही हाथ था. टीवी9 के हाथ लगी उसकी फोन रिकार्डिंग में कई अधिकारियों को इसने गाली-गलौज करते हुए कहा कि मेरे खिलाफ जो जाएगा, वह नौकरी नहीं कर पाएगा.
अमित ने पल्ला गांव ने पल्ला गांव को बनाया हॉटस्पॉट
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के सक्सेना और चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार के आते ही अधिकारियों और भू-माफिया की आफत आ गई. सूत्रों के मुताबिक, अमित गुप्ता की शिकायत पर ही एक एडीएम के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई और अब तक एक दर्जन ज्यादा अधिकारी सस्पेंड किए गए. अमित ने पल्ला गांव को उत्तरी दिल्ली जिले का हॉटस्पॉट बना दिया. सेंट नंबर-1 के पास सरकारी जमीन को कानूनी फेरबदल के बाद कब्जा कर एक नया शहर विकसित कर दिया. सूत्र बताते हैं कि वीवीआईपी के लिए यह जगह तैयार की गई थी. यहां एक एकड़ से चार एकड़ तक का फार्म हाउस के लिए जमीन अधिकारियों और राजनेताओं को दी गई.
अलग-अलग नामों से खरीदी जमीन
दिल्ली में प्रॉपर्टी के शौकिन अधिकारियों की अब नींद उड़ गई है. उसके मौत के साथ ही कई अधिकारियों के रिश्वत के पैसे अमित गुप्ता ने इन जमीनों पर बेनामी या फिर अलग-अलग नामों से जमीन खरीदी थी. अब उसके जाते ही बेचैनी बढ़ गई है. दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार ने टीवी9 को बताया कि जांच तो चल रही है. दूसरे स्तर पर भी सरकार की निगाह है, क्योंकि चर्चा में यह तो पहले से ही रहा है.