टीम इंडिया के ‘बड़े नामों’ को पुजारा की दो टूक- बेहतर बनना है तो करो ये काम
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी सुझाव दिया था कि कोहली और रोहित को रणजी ट्रॉफी में खेलना चाहिए, जिससे तैयारी में मदद मिलेगी.
टीम इंडिया घरेलू सीजन के अपने सबसे बड़े इम्तिहान के बेहद करीब है. 9 फरवरी से नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम चार मैचों की टेस्ट सीरीज में जुट जाएगी. ऐसे में टीम इंडिया जमकर अभ्यास कर रही है. इस सीरीज से पहले हालांकि एक सवाल ये भी उठा था कि क्या ऐसे मौकों के लिए भारत के खिलाड़ियों को रणजी जैसे टूर्नामेंट में खेलकर खुद को तैयार नहीं करना चाहिए? टीम इंडिया के सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने इस पर जवाब दिया है और ये जवाब विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे बल्लेबाजों के लिए आईने की तरह है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने जा रही टेस्ट सीरीज टीम इंडिया के लिए बेहद अहम है क्योंकि इस सीरीज का नतीजा तय करेगा कि क्या भारतीय टीम जून में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में खेल पाएगी या नहीं. ऐसे में विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाजों के पास मौका था कि वे अपनी-अपनी रणजी टीमों के लिए एक मैच खेल पाते क्योंकि सीजन फिलहाल चल रहा है. इसके बावजूद उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज का आखिरी मैच खेला, जबकि टीम पहले ही सीरीज जीत चुकी थी.
अपनी बेहतरी के लिए खेलें रणजी
भारतीय खिलाड़ियों की हाल के वक्त में टेस्ट क्रिकेट में खराब बल्लेबाजी को देखते हुए पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी सुझाव दिया था लेकिन ऐसा हुआ नहीं. टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में पुजारा ने इशारों-इशारों में इस मुद्दे को छुआ. पुजारा से हालांकि सवाल पूछा गया कि रणजी ट्रॉफी को बेहतर करने के लिए क्या किया जाना जाहिए, तो भारतीय बल्लेबाज ने कहा,
शीर्ष खिलाड़ियों को जब भी मौका मिले तो उन्हें रणजी ट्रॉफी में खेलना चाहिए. खिलाड़ियों को अपनी खुद की बेहतरीन के लिए इसे काफी अहमियत देनी चाहिए. ये काफी प्रतिस्पर्धी है.
पुजारा ने साथ ही कहा कि इससे टीमों को भी फायदा मिलेगा, खास तौर पर उन टीमों को जो नॉकआउट के लिए क्वालिफाई नहीं कर पातीं क्योंकि अगर उन्हें सीनियर खिलाड़ियों की उपस्थिति में कुछ और मैच खेलने को मिलेंगे तो वह भी बेहतर होंगे.
स्पिनरों के सामने परेशान भारतीय बल्लेबाज
इसकी जरूरत खास तौर पर बल्लेबाजों के लिए हाल के वक्त में काफी ज्यादा बढ़ गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि रोहित, कोहली, पुजारा और केएल राहुल जैसे टीम इंडिया के शीर्ष बल्लेबाजों को स्पिनरों के खिलाफ ही खेलने में परेशानी का सामना करना पड़ा है. ये हैरानी भरा है क्योंकि भारतीय खिलाड़ियों को स्पिन का हमेशा से बेहतर बल्लेबाज माना जाता रहा है. पुजारा तो फिर भी वक्त मिलने पर अपनी टीम सौराष्ट्र के साथ मैच खेलते रहे हैं लेकिन रोहित और कोहली को आगे चलकर इस ओर देखने की जरूरत है.