शिवभक्तों को असुविधा न होने पाए…कांवड़ यात्रा पर CM योगी ने दिया सख्त निर्देश

शिवभक्तों को असुविधा न होने पाए…कांवड़ यात्रा पर CM योगी ने दिया सख्त निर्देश

सीएम योगी ने कहा कि कांवड़ यात्रा आस्था का आयोजन है. परम्परागत रूप से नृत्य, गीत, संगीत इसका अंग रहे हैं. ऐसे में यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि डीजे, गीत-संगीत की ध्वनि मानकों के अनुरूप हो. साथ ही डीजे की ऊंचाई भी एक निश्चित सीमा से ज्यादा न हो. कांवड़ यात्रा मार्ग पर साफ-सफाई रखी जाए.

उत्तर प्रदेश सरकार ने 22 जुलाई से शुरू होने वाले श्रावण मास के दौरान कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर सभी कमिश्नर, डीएम, एसपी अधिशासी अधिकारी और नगर आयुक्त को निर्देश जारी किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांवड़ यात्रा के रूट पर सुरक्षा के विशेष प्रबंधन होने चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि इस दौरान DJ बजाने पर भी रोक नहीं होगी. सीएम योगी ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि शिवभक्तों को किसी भी तरह की असुविधा न होने पाए.

इसके अलावा सरकार ने कांवड़ यात्रा के मार्ग पर खुले में मांस की बिक्री और खरीद पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया. बता दें कि आगामी त्योहारों को लेकर सीएम योगी ने कानून-व्यवस्था और इन त्योहारों के सफल आयोजन से संबंधित तैयारियों की समीक्षा की.

कांवड़ यात्रा आस्था का आयोजन

इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जगन्नाथ यात्रा, मोहर्रम रक्षाबंधन, सावन मेला की तैयारियों को लेकर दिशा-निर्देश दिए. सीएम योगी ने कहा कि प्रशासन अराजक तत्वों से सख्ती से निपटे और कांवड़ यात्रा की ड्रोन से भी निगरानी करे. सीएम योगी ने कहा कि कांवड़ यात्रा आस्था का आयोजन है. परम्परागत रूप से नृत्य, गीत, संगीत इसका अंग रहे हैं. ऐसे में यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि डीजे, गीत-संगीत की ध्वनि मानकों के अनुरूप हो. साथ ही डीजे की ऊंचाई भी एक निश्चित सीमा से ज्यादा न हो. कांवड़ यात्रा मार्ग पर साफ-सफाई रखी जाए.

लोगों को भड़काने का प्रयास

उन्होंने कहा कि शरारती तत्व दूसरे समुदाय के लोगों को भड़काने का प्रयास कर सकते हैं. ऐसे मामलों पर पैनी नजर रखी जाए. सीएम ने कहा कि हमें हर समय सतर्क रहना होगा, ताकि कोई भी सुरक्षा में सेंध न लगा सके. साथ ही कांवड़ शिविर लगाने वालों का भी सत्यापन किया जाए.

मुहर्रम को लेकर निर्देश जारी

सीएम ने कहा कि स्थानीय प्रशासन मुहर्रम के दौरान निकाले जाने वाले ताजिए से जुड़ी कमेटी और पीस कमेटी से संवाद और समन्वय स्थापित करे. उन्होंने कहा कि पिछले साल कुछ स्थानों पर दुर्घटनाएं हुई थीं और उनसे सीख लेते हुए इस साल सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जानी चाहिए साथ ही ताजिए की ऊंचाई परंपरा के अनुसार होनी चाहिए.