‘300 रुपए दिहाड़ी में ₹2000 का नोट बदलो’, कानपुर में चल रहा गजब का खेल
दो हजार रुपये के नोट फिलहाल बंद हो गया है. बाजार से भी ये नोट गायब हो गए हैं. लेकिन यूपी के कानपुर में 2000 रुपये के नोट बदलवाने के बदले लोगों को ₹300 कमिशन देने का एक मामला सामने आया. यहां आरबीआई की शाखा के बाहर नोटों को बदलने का बड़ा खेल चल रहा है. पुछताछ में सामने आया है की इस पूरे रैकेट के पीछे एक बड़े गिरोह का हाथ है.
यूपी के कानपुर में 2000 रुपये के नोट बदलवाने और उन्हें बदल रहे लोगों को ₹300 कमिशन देने के मामले में आज रिजर्व बैंक के बाहर मौजूद लोगों से पूछताछ में एक बड़े गैंग का हाथ होने का शक बताया जा रहा है. पुलिस ने पूछताछ के बाद 70 लोगों के आधार कार्ड जो कि रिजर्व बैंक में जमा किए गए थे उनको अपने कब्जे में लेकर पूछताछ शुरु की गई है.
दो हजार रुपये के नोट फिलहाल बंद हो गया है. बाजार से भी ये नोट गायब हो गए हैं. लेकिन यूपी के कानपुर में 2000 रुपये के नोट बदलवाने के बदले लोगों को ₹300 कमिशन देने का एक मामला सामने आया. यहां आरबीआई की शाखा के बाहर नोटों को बदलने का बड़ा खेल चल रहा है. पुछताछ में सामने आया है की इस पूरे रैकेट के पीछे एक बड़े गिरोह का हाथ है.
₹2000 के नोट के बदले ₹300 कमीशन
आपको बता दें ₹2000 के नोट को बदलने की प्रक्रिया में इन सभी लोगों को इस्तेमाल किया जा रहा था और सभी को ₹300 कमीशन मिलना तय था. पूछताछ के दौरान पुलिस ने पाया कि ज्यादातर लोग गरीब जरूरतमंद लोग हैं जिनसे गैंग नोट बदलवाने का काम करा रही है. पुलिस से पूछताछ में लोगों ने बताया कि उन्हें रिजर्व बैंक के पास एक व्यक्ति मिलता है जो कि उन्हें ₹20000 देता है और बाद में उनसे सिक्के ले जाता है और बदले में ₹300 उनको दे दिए जाते हैं. लेकिन जितनी भारी तादाद में आज पुलिस ने रिजर्व बैंक के बाहर लोगों को पकड़ा है उससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस नोट बदलने की प्रक्रिया के पीछे कोई बड़ा गैंग काम कर रहा है.
पुलिस को मिले 70 से ज्यादा लोग
पुलिस जल्दी पूछताछ कर गैंग सरगना को गिरफ्तार कर सकती है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रिजर्व बैंक के बाहर 70 से ज्यादा लोगों को पाया गया जिसके बाद उनके आधार कार्ड ले लिए गए हैं और उनकी निशानदेही पर एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है. पुलिस को एक सटीक सूचना के आधार पर इस गिरोह के लोगों के रिजर्व बैंक के बाहर होने की जानकारी लगी जिसके बाद मौके पर कानपुर कोतवाली थाना पुलिस ने पहुंचकर जब वहां पर खड़े लोगों से पूछताछ की तो कई लोगों ने गैंग के बारे में जानकारी दी.
ज्यादातर लोग असहाय और बुजुर्ग
लाइन में खड़े ज्यादातर लोग असहाय और बुजुर्ग थे जिनके आधार कार्ड पर ₹2000 के नोट बदलने का काम गैंग कर रहा था. लाइन में लगी दो बुजुर्ग महिलाओं ने बताया कि उनके घर में कोई नहीं है बेटी है जिसकी तबीयत खराब है और उसके इलाज के लिए वह यहां पर पैसे बदलने आईं हैं. यह नोट कहां से आया नहीं बता सकीं, बस उन्होंने यह बताया कि इस नोट के बदले सिक्के मिलेंगे जिसे वापस करने पर उन्हें ₹300 मिल जाएंगे. एसीपी अर्चना सिंह ने बताया कि पूरे मामले में सूचना के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.