Ranchi: अस्पताल बना अखाड़ा, डॉक्टर और तीमारदारों में जमकर हुई मारपीट- Video
झारखंड की राजधानी रांची के रिम्स हॉस्पिटल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में देखने को मिल रहा है कि डॉक्टर और तीमारदारों में जमकर मारपीट हो रही है. तीमारदारों का आरोप है कि वह अपने मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन यहां डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही की.
राजधानी रांची के बरियातू स्थित राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल अपने इलाज से ज्यादा अपनी कुव्यवस्था के कारण अक्सर चर्चा में रहता है. बीते मंगलवार की देर रात मरीज के इलाज में लापरवाही बरतने के नाम पर रिम्स अस्पताल के डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच जमकर मारपीट हुई. देखते ही देखते रिम्स अस्पताल का परिसर अखाड़े में तब्दील हो गया. मारपीट की घटना की Video सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. हालांकि इस वायरल वीडियो की पुष्टि टीवी9 भारतवर्ष नहीं करता है.
मिली जानकारी के मुताबिक, ओरमांझी में हुए सड़क हादसे के शिकार हुए दो घायलों को उनके परिजन इलाज के लिए रिम्स अस्पताल लेकर पहुंचे थे. इसी दौरान इलाज में देरी होने और लापरवाही बरतने को लेकर घायल के परिजन और रिम्स अस्पताल के डॉक्टर के बीच ट्रामा सेंटर के बाहर तू-तू, मै-मैं शुरू हो गई. देखते ही देखते यह विवाद मारपीट में तब्दील हो गया. अस्पताल के डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच हुई मारपीट की घटना को वहां मौजूद किसी शख्स ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया, जिसका वीडियो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
जब 2 घंटे तक बद हो गया था अस्पताल
इधर, रिम्स अस्पताल में मारपीट की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची बरियातू थाने की पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करवाया. बता दें कि रिम्स अस्पताल में डॉक्टर और परिजन के बीच मारपीट की यह कोई पहली घटना नहीं है. पिछले वर्ष जून के महीने में भी रिम्स अस्पताल के जूनियर डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच मारपीट की घटना हुई थी. मारपीट की घटना के बाद अस्पताल के इमरजेंसी सहित अन्य विभाग को लगभग दो घंटे तक ठप कर दिया गया था.
पहले भी डॉक्टरों-तीमारदारों में हो चुकी मारपीट
हालांकि बाद में अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था. राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल होने के कारण रिम्स में इलाज के लिए न सिर्फ झारखंड राज्य बल्कि पड़ोसी राज्य बंगाल, बिहार, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ से बड़े पैमाने पर मरीज आते हैं. करोड़ों-अरबों रुपए के भारी भरकम स्वास्थ्य बजट के बावजूद राज्य के सबसे बड़े अस्पताल की लचर व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है.