छोटी उम्र में शादी करना चाहते थे पिता, पढ़ाई के लिए बगावत पर उतरी बेटी; महिला दिवस पर मिला सम्मान

छोटी उम्र में शादी करना चाहते थे पिता, पढ़ाई के लिए बगावत पर उतरी बेटी; महिला दिवस पर मिला सम्मान

गाजीपुर की एक लड़की ने पढ़ाई के लिए अपनी शादी का विरोध किया. ऐसे में आज उसे लखनऊ में सम्मानित किया गया. बेटी के सम्मानित होने और उसकी तस्वीर परिवार और विभाग के लोगों के पास जब पहुंची तो परिवार के लोगों में भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

महिला दिवस के अवसर पर यूपी के लखनऊ में कई महिलाओं को सम्मानित किया गया, उन्हीं में एक गाजीपुर की रहने वाली बेटी है. युवती ने अपनी पढ़ाई के लिए अपनी शादी का विरोध किया. ऐसे में जब परिवार के लोग नहीं माने तब उसने महिला कल्याण विभाग के द्वारा संचालित बाल कल्याण समिति का सहारा लिया था. महिला दिवस के अवसर पर उसके इसी हौसले को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा महिला सम्मान से नवाजा गया.

सम्मान महिला कल्याण मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार बेबी रानी मौर्य और महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव के द्वारा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया.जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय सोनी ने बताया कि गाजीपुर जनपद के खानपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक छात्र 2023 में हाई स्कूल में पढ़ाई कर रही थी. इसी दौरान उसकी बड़ी बहन की शादी उसके मां-बाप ने तय कर दी था. शादी में हो रहे खर्च को देखते हुए माता-पिता ने छोटी बेटी की शादी भी उसी खर्चे में करने की सोची और शादी की बात चलाते हुए उसकी शादी भी तय कर दिया.

शादी का किया विरोध

ऐसे में छात्रा ने परिवार में विरोध करते हुए शादी नहीं करने की बात कही और आगे पढ़ाई जारी रखने की बात बोली, लेकिन परिवार के लोग नहीं मानें. छात्रा जिस विद्यालय में पढ़ाई कर रही थी उसी विद्यालय में महिला कल्याण विभाग के द्वारा संचालित बाल कल्याण समिति की ओर से एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. समिति के सदस्यों की तरफ से छात्राओं को जागरूक करने और कम उम्र में शादी नहीं करने, दहेज रहित विवाह आदि को लेकर जागरूक कार्यक्रम किया जा रहा था.

मोबाइल नंबर कराया लड़कियों को उपलब्ध

समिति के सदस्यों ने एक मोबाइल नंबर भी सभी लड़कियों को उपलब्ध कराया था और बताया था कि कोई भी समस्या आने पर समिति के सदस्यों से संपर्क कर सकती हैं जिनकी पूरी जानकारी गुप्त रखी जाएगी. चाइल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर गीता श्रीवास्तव ने बताया कि मोबाइल नंबर मिलने के बाद परिवार वालों के द्वारा शादी करने की जिद से आहत छात्रा ने बाल कल्याण समिति के सदस्यों से संपर्क किया. इसके बाद समिति के सदस्य छात्र के घर पहुंचे और परिजनों को काफी समझाया. ऐसे में परिवार के लोग शादी न करने पर राजी हो गए, लेकिन समिति के लोगों ने शादी तक उसे छात्रा की निगरानी करते रहें.

छात्रा को किया गया सम्मानित

छात्रा के इस हौसले को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को उसके हौसले से जब अवगत कराया. महिला दिवस के अवसर पर उस छात्रा को सम्मानित करने का शासन निर्णय लिया. इस निर्णय पर आज लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य और प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव के द्वारा उस छात्रा को सैकड़ों लोगों के सामने उसके हौसले के बारे में बताया गया और उसे सम्मानित किया गया.

परिवार के लोगों में खुशी

बेटी के सम्मानित होने और उसकी तस्वीर परिवार और विभाग के लोगों के पास जब पहुंची तो परिवार के लोगों में भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. वहीं विभागीय अधिकारी भी अपने बाल कल्याण समिति के द्वारा किए गए कार्यों से काफी खुश नजर आए.