‘नारायण कभी गलत हो ही नहीं सकते, सब अपनी मौत मरे हैं’… बोला ‘भोले बाबा’ का भक्त

‘नारायण कभी गलत हो ही नहीं सकते, सब अपनी मौत मरे हैं’… बोला ‘भोले बाबा’ का भक्त

संभल जिले के रहने वाले बाबा के एक भक्त ने कहा कि हादसे में 'भोले बाबा' की कोई गलती नहीं है. बाबा के अनुयायी बहुत हैं. नारायण साकार तो परमात्मा हैं. परमात्मा को दुनिया जानती है. नारायण हरि का नाम तो प्रह्लाद ने भी जपा है. वो तो भाईचारा सिखाते हैं. किसी से पैसा थोड़ी लेते हैं.

मंगलवार 2 जुलाई को उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ के सत्संग के बाद भगदड़ में 123 लोगों की मौत हो चुकी है. गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अलीगढ़ रेंज के आईजी शलभ माथुर ने बताया कि पूरे मामले में अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. अगर जरूरत पड़ी तो बाबा से पूछताछ की जाएगी. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना की न्यायिक जांच कराने के आदेश दे दिए हैं. वहीं इस मामले में नारायण साकार उर्फ भोले बाबा के भक्त का कहना है कि बाबा की कोई गलती नहीं है. वो निर्दोष हैं. पब्लिक भगदड़ से मरी है, बाबा तो चले गए थे.

भोले बाबा का एक आलीशान महल या बंगला यूपी के संभल जिले में भी है. भोले बाबा प्रवास कुटिया के नाम से वहां इसकी करोड़ों की संपत्ति है. संभल में इसके आश्रम के पास कई सारे भट्टे हैं, जितने भी ईंट के भट्टे हैं, सब नारायण साकार के नाम से हैं. इन्हीं में से एक भट्टे के मालिक सुरेंद्र सिंह से टीवी9 भारतवर्ष ने बात की तो उसने कहा कि बाबा की कोई गलती नहीं है और हमारा मूल मंत्र है, “नारायण साकार हरि की संपूर्ण ब्रह्मांड में सदा-सदा के लिए जय-जयकार हो.”

सुरेंद्र सिंह, भोले बाबा विश्व हरि ईंट उद्योग के मालिक हैं और भोले बाबा के भक्त हैं. उन्होंने कहा कि बाबा के अनुयायी बहुत हैं. नारायण साकार तो परमात्मा हैं. परमात्मा को दुनिया जानती है. नारायण हरि का नाम तो प्रह्लाद ने भी जपा है.

मैं बाबा के सत्संग में जाता था, हाथरस वाले में नहीं जा पाया

सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पहले वो बाबा के हर सत्संग में जाते थे, लेकिन हाथरस वाले में नहीं जा पाए, उनकी तबीयत खराब रहती है. टीवी9 भारतवर्ष ने जब उनसे हाथरस मामले में राय जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि राय ये है कि बाबा का कोई दोष नहीं है. वो तो भाईचारा सिखाते हैं, किसी से पैसा थोड़ी लेते हैं. लोग कीचड़ में फिसलते चले गए, अपने आप मरे हैं, फिसल-फिसल के सारे लोग.

बाबा कभी इजाजत के कहीं नहीं जाते हैं, न वो पैसे मांगते हैं. बाबा निर्दोष हैं, उनकी कोई गलती नहीं है. उन्होंने कहा कि बाबा ने सत्संग किया, सत्य का पैगाम दिया और निकल गए. वहां जरूर कोई शक्ति होगी, जिसने ये सब करवाया. वो साफ-सुधरे हैं, नारायण कभी गलती करते ही नहीं.