दिल्ली से जयपुर का सफर अब सिर्फ 3 घंटे में… PM मोदी ने दी एक्सप्रेस-वे की सौगात

दिल्ली से जयपुर का सफर अब सिर्फ 3 घंटे में… PM मोदी ने दी एक्सप्रेस-वे की सौगात

यह एक्सप्रेसवे छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा और कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को राजस्थान के दौसा पहुंच हुए हैं. पीएम मोदी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के सोहना-दौसा खंड का उद्घाटन कर दिया है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित करते हुए मुझे बहुत गर्व हो रहा है. ये देश के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक एक्सप्रेस-वे में से एक है. ये विकसित भारत की एक और भव्य तस्वीर है. मैं दौसावासियों और देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और Western Dedicated Freight Corridor ये राजस्थान और देश की प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने वाले हैं. ये प्रोजेक्ट्स आने वाले समय में राजस्थान सहित इस पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाले हैं.

बता दें कि 246 किलोमीटर लंबे दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड को 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है. इस हाईवे के शुरू होने के साथ दिल्ली से जयपुर की यात्रा का समय 5 घंटे से घटकर 3 घंटे हो जाएगा. इससे पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी काफी बढ़ावा मिलेगा.

पीएमओ के अनुसार, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 1,386 किलोमीटर की लंबाई के साथ भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा की दूरी को 1,424 किलोमीटर से 12 प्रतिशत घटाकर 1,242 किलोमीटर कर देगा और यात्रा का समय 50 प्रतिशत कम होकर 24 घंटे से 12 घंटे हो जाएगा.

Latest Updates:

  • उद्घाटन में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस आधुनिक कनेक्टिविटी का लाभ सरिस्का टाइगर रिजर्व, केवलादेव और रणथम्भोर नेशनल पार्क, जयपुर, अजमेर जैसे अनेक पर्यटक स्थलों को भी होगा. देश और विदेश के पर्यटकों के लिए राजस्थान पहले ही आकर्षक रहा है, अब इसका आकर्षण और बढ़ जाएगा.
  • पीएम मोदी ने कहा कि जब ऐसी आधुनिक सड़कें, आधुनिक रेलवे स्टेशन, रेलवे ट्रैक, मेट्रो और एयरपोर्ट बनते हैं तो देश की प्रगति को गति मिलती है.
  • पीएम मोदी ने कहा कि इस साल के बजट में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 10 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. यह राशि 2014 में प्रावधानित राशि का पांच गुना है. इस निवेश से राजस्थान को काफी फायदा होने वाला है.
  • पीएम मोदी ने कहा कि बीते 9 सालों से केंद्र सरकार भी निरंतर इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत बड़ा निवेश कर रही है. इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाला निवेश उससे भी अधिक निवेश को आकर्षित करता है.
  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस हाइवे की फोटो ट्विटर पर शेयर की है. उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर ऑप्टिकल फाइबर केबल, पाइपलाईन, सौर ऊर्जा एवं वाटर हार्वेस्टिंग के लिए विशेष प्रावधान किया गया है.

कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि पीएम मोदी का सपना था कि इंफ्रास्टक्चर मजबूत होगा तो देश को मजबूती मिलेगी और उसी सपने को साकार करते हुए हमने इस एक्सप्रेसवे बनाया है. उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं 2024 तक हम भारत का सड़क इंफ्रास्टक्चर अमेरिका के बराबर करने की कोशिश करेंगे.

आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ रहे: नितिन गडकरी

गडकरी ने बताया कि एक्सप्रेसवे में हमने हर हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल किया है और आत्मनिर्भर भारत बनाने का सपना पूरा करने की दिशा में सड़क प्रबंधन मजबूत करने के लिए हम काम कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे को बनाने में जिन हजारों अधिकारियों, इंजीनियर्स और कारीगरों ने मेहनत की है मैं उनका धन्यवाद करता हूं.

गौरतलब है कि यह एक्सप्रेसवे छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा और कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा. एक्सप्रेसवे 2,000 से अधिक जल पुनर्भरण बिंदुओं पर 500 मीटर के अंतराल में वर्षा जल संचयन की सुविधा प्रदान करता है. साथ ही एक स्वचालित यातायात प्रबंधन प्रणाली भी है.