अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तान की गंदी हरकत, नहीं खोल रहा गेट, दोनों तरफ लोग फंसे

पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. अटारी बॉर्डर पर भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को वापस जाने की अनुमति दी है लेकिन पाकिस्तान ने सुबह से ही गेट नहीं खोले हैं. पाकिस्तान न तो अपने नागरिकों को वापस ले रहा है और न ही भारत में फंसे अपने नागरिकों को वापस जाने दे रहा है.
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान से तनाव के बीच अटारी बॉर्डर पर भारत सरकार द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को वापस लौट जाने की अनुमति दी गई है. इसके बावजूद पाकिस्तान की तरफ से सुबह से ही गेट नहीं खोले गए हैं.पाकिस्तान द्वारा ना तो अपने नागरिकों को वापस लिया जा रहा है और ना ही पाकिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस भारत की ओर आने दिया जा रहा है.भारतीय इमिग्रेशन काउंटर पर इमिग्रेशन अधिकारी पाकिस्तान द्वारा गेट खोले जाने का इंतजार कर रहे हैं.
अटारी बॉर्डर पर सुबह से आए पाकिस्तानी नागरिक अभी भी गाड़ियों में बैठे पाकिस्तान जाने का इंतजार कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की तरफ से अभी गेट नहीं खोले गए हैं. भारत सरकार के नए आदेश को रिव्यू किया जा रहा है. पाकिस्तान की तरफ से गेट खोले जाने के बाद बीएसएफ डॉक्यूमेंट्स चेक करके पाकिस्तानियों को बॉर्डर क्रॉस करने देगी. फिर इमिग्रेशन चेक करके पाकिस्तानी वापस जा पाएंगे. सुबह से एक भी पाकिस्तानी नागरिक ने अभी तक बार्डर क्रॉस नहीं किया है.
क्या है भारत सरकार का नया आदेश?
अटारी इंटरनेशनल बॉर्डर बंद करने के फैसले पर भारत सरकार ने 1 मई को पाकिस्तान के नागरिकों को बड़ी राहत दी. भारत सरकार के गृह विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि एक मई को अटारी इंटरनेशनल बॉर्डर से तमाम आवाजाही बंद किए जाने और व्यापार को पूरी तरह से बंद किए जाने के आदेश के बावजूद पाकिस्तानी नागरिकों को अभी भी बॉर्डर क्रॉस करने की राहत जाएगी. अगले आदेश तक भारत में मौजूद पाकिस्तान के नागरिक अटारी बॉर्डर से वापिस अपने वतन लौट सकते हैं.
वैलिड ट्रेवल वीजा, तमाम दस्तावेज दिखाने और किसी कारण से भारत में फंसे नागरिकों को अभी भी बॉर्डर क्रॉस करने की अनुमति दी जाएगी. इससे पहले भारत सरकार ने 1 मई को अटारी बॉर्डर से तमाम नागरिक आवाजाही और व्यापार ऑपरेशंस पूरी तरह से बंद करने के आदेश जारी किए थे. मग, अब पाकिस्तानी नागरिकों को भारत सरकार से बड़ी राहत मिली है.