थाना प्रभारी का डिमोशन! इंस्पेक्टर से बने दारोगा, इंदौर पुलिस कमिश्नर ने क्यों लिया एक्शन?
इंदौर पुलिस कमिश्नर ने इंदौर के एक पूर्व थाना प्रभारी को विभागीय जांच के बाद दोषी पाते हुए उन्हें सब इंस्पेक्टर की सजा से दंडित किया है. वहीं एक अन्य पुलिसकर्मी को भी गंभीर सजा से दी गई है. फिलहाल पूरा मामला रिश्वत लेने से संबंधित था. जिसकी शिकायत एक फरियादी ने पुलिस कमिश्नर को की थी.
मध्य प्रदेश के इंदौर थाना में रिश्वत लेने के मामले में पुलिस कमिश्नर ने कड़ी कार्रवाई की है. पुलिस कमिश्नर ने रिश्वत के आरोप सही साबित होने पर थाना प्रभारी का डिमोशन कर सब इंस्पेक्टर बना दिया है. वहीं एक सब इंस्पेक्टर के प्रमोशन को रोक दिया गया है. जब रिश्वत लेने के मामले में शामिल कांस्टेबलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है. हालांकि पहली बार इंदौर पुलिस कमिश्नर ने रिश्वत लेने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ इस तरह का सख्त रुख अपनाया है.
इंदौर पुलिस कमिश्नर ने इंदौर के एक पूर्व थाना प्रभारी को विभागीय जांच के बाद दोषी पाते हुए उन्हें सब इंस्पेक्टर की सजा से दंडित किया है. वहीं एक अन्य पुलिसकर्मी को भी गंभीर सजा से दी गई है. फिलहाल पूरा मामला रिश्वत लेने से संबंधित था. जिसकी शिकायत एक फरियादी ने पुलिस कमिश्नर को की थी. उसी के बाद इस पूरे मामले में पुलिस कमिश्नर ने इस तरह के आदेश जारी किए हैं.
पीड़ित ने कमिश्नर से की थी शिकायत
2023 में एक फरियादी ने अपने परिचितों को थाने से छुड़वाने के लिए थाना प्रभारी सहित थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबलों से बात की थी. इसके चलते सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबलों ने थाना प्रभारी के नाम पर हजारों रुपए की रिश्वत की मांग की. इसके बाद फरियादी ने थाना प्रभारी रविंद्र गुर्जर, सब इंस्पेक्टर संजय धुर्वे आरक्षक लोकेंद्र सिसोदिया एवं एक अन्य कांस्टेबल को रिश्वत के रुप में हजारों रुपए दिए. रिश्वत देकर अपने परिजनों को थाने से छुटवाया था. इसके बाद अगले दिन पूरे मामले की शिकायत तात्कालिक पुलिस कमिश्नर मकरंद देवस्कर सहित पूर्व डीसीपी अभिषेक आनंद को की. इस पूरे मामले में वरिष्ठ अधिकारियों ने एक जांच कमेटी गठित की और पूरे ही मामले में अलग-अलग तरह से जांच पड़ताल की गई.
रिश्वत लेने का लगाया था आरोप
वहीं जांच में पाया गया कि आरोपियों को छोड़ने के लिए थाना प्रभारी सहित अन्य लोगों ने हजारों रुपए की रिश्वत ली है. इसके बाद इस पूरे ही मामले में मौजूदा पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने सभी पुलिसकर्मियों को दंडित करते हुए पूर्व थाना प्रभारी रविंद्र गुर्जर को सब इंस्पेक्टर बना दिया. वहीं सब इंस्पेक्टर रहे संजय धुर्वे के प्रमोशन को रोक दिया, कांस्टेबलों को भी गंभीर सजा दी गई है. जानकारी के मुताबिक, पहली बार इंदौर पुलिस कमिश्नर ने रिश्वत लेने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ इस तरह का सख्त रुख अपनाया है.