पाकिस्तानियों की ‘सुरक्षा’ करेगा भारत का हेलमेट, अजमेर आए जायरीनों ने खरीदा… और क्या-क्या ले गए अपने साथ?
पाकिस्तान से भारत आए जायरीन यहां से हेलमेट समेत और भी चीजें लेकर वतन वापस लौटे हैं. भारत में सस्ता सामान देखकर जायरीन कई चीजों की खरीददारी करके गए हैं. पाकिस्तानी जायरीन अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में शामिल होने के लिए आए थे.
पाकिस्तान की करेंसी भले ही भारत की करेंसी के मुकाबले आधे से भी कम हो लेकिन सामान की कीमत भारत में ज्यादा कम है. जी हां, ये हम नहीं वे जायरीन कर रहे थे जिन्होंने पाकिस्तान से भारत आकर जमकर खरीददारी की है. भारत आकर जायरीनों ने कई सामान खरीदे हैं, खास तौर पर वह यहां बने हेलमेट ले गए. पाकिस्तान से अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज के दर पर आए 91 जायरीन पहुंचे थे उन्होंने उर्स में शामिल होने के बाद यहां बने मार्केट में जमकर खरीददारी भी की.
अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज का 813वां उर्स का आयोजन किया गया था. इसमें शामिल होने के लिए पाकिस्तान से जयरीनों का दस्ता भारत आया था. हर साल की तरह इस साल भी इन जायरीनों ने उर्स में शामिल होकर सभी खैर की दुआ की. जायरीनों को पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के बीच शहर में रुकने की व्यवस्था की गई थी. पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था के बीच जायरीनों को बस से केंद्रीय बालिका विद्यालय में ठहराया गया था. वहीं से उन्हें बस के जरिए वापसी के लिए रेलवे स्टेशन भी छोड़ा गया. जहां से उन्होंने शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ी है. अब वह पाकिस्तान के लिए रवाना होंगे.
जमकर की खरीददारी
अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज का 813वां उर्स आयोजित किया गया जिसमें 7 जनवरी को ख्वाजा साहब की छटी शरीफ की खास दुआ हुई जिसमें पाकिस्तान से आए खास जायरीनों ने हिस्सा लिया. इके बाद वह बाहर निकले और मार्केट में जमकर खरीददारी करते हुए दिखाई दिए. जायरीनों ने कम से कम 50-60 हजार की खरीददारी की. जायरीन अजमेर के मार्केट से नमकीन, सोहन पपड़ी, हेलमेट, प्रेशर कुकर, चाय, साड़ियां और कपड़े लेकर अपने वतन वापस लौटे हैं.
चाक-चौबंद सुरक्षा
मार्ग दर्शक सुरेश सिंधी ने बताया कि सभी जायरीनों को सुरक्षा व्यवस्था के बीच ही स्टेशन से लाया गया था. उन्हें केंद्रीय बालिका विद्यालय में ठहराया गया था जहां पर भी सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई थी. सुरक्षा के बीच ही उन्हें वापस छोड़ा गया है. सुरक्षा के मद्देनजर जायरीनों से किसी को भी बात करने की इजाजत नहीं थी.
रिपोर्ट – राजकुमार / अजमेर.