हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की पत्नी का निधन, पीएम ने जताया शोक

हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की पत्नी का निधन, पीएम ने जताया शोक

प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन विभाग में प्रोफेसर थीं. वह लगातार सामाजिक और धार्मिक कार्यों में रुचि लेती थीं. उनका जन्म 29 सितंबर 1968 को मंडी शहर में हुआ था. दिल का दौरा पड़ने की वजह से बीती 9 फरवरी को उनका असमय निधन हो गया.

हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की पत्नी प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री के असमय निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है. गत 9 फरवरी को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था. पीजीआई चंडीगढ़ ले जाते समय रास्ते में उन्होंने अंतिम सांस ली थी. हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पोस्ट पर यह दुखद समाचार साझा किया था. प्रोफेसर सिम्मी की उम्र महज 56 साल थी.

जानकारी के मुताबिक डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की पत्नी प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की तबीयत 9 फरवरी को अचानक खराब होने लगी थी. प्राथमिक चिकित्सा के बाद उन्हें रात में पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज कराने के लिए ले जाया जा रहा था. उसी वक्त उनका निधन हो गया था. अगले दिन पैतृक गांव गोंदपुर जयचंद स्थित निजी निवास आस्था कुंज में पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के बाद मोक्षधाम गोंदपुर जयचंद में उनका अंतिम संस्कार किया गया था.

पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की पत्नी के असमय निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है. पीएम ने कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री को भेजे पत्र में परिवार के प्रति संवेदनाएं जाहिर की हैं. पीएम ने लिखा है कि – प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री सामाजिक सरोकार से जुड़े विषयों के प्रति सदैव जगह रहीं. जरूरतमंद लोगों की मदद और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए उन्होंने निरंतर प्रयास किए. उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है. पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा कि – प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री का निरंतर सहयोग व प्रेरणा आपके जीवन का बड़ा आधार था. आज वह सशरीर इस संसार में नहीं हैं, लेकिन उनकी स्मृतियां और जीवन मूल्य परिवार के साथ बने रहेंगे.

सोनिया गांधी ने जताया दुख

कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री की पत्नी डॉ. सिम्मी अग्निहोत्री के निधन पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी शोक जाहिर किया है. उन्होंने मुकेश अग्निहोत्री को लिखे पत्र में लिखा है कि- प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री का असमय निधन की खबर से गहरा धक्का लगा. अभी उनकी लंबी उम्र शेष थी. उन्होंने डॉ. सिम्मी के निधन पर शोक जताते हुए परिवार को ढांढस बंधाया और उनकी आत्मा की शांति के लिए कामना की.

सामाजिक और धार्मिक कार्यों में रखती थीं रुचि

प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन विभाग में प्रोफेसर थीं. वह लगातार सामाजिक और धार्मिक कार्यों में रुचि लेती थीं. उनका जन्म 29 सितंबर 1968 को मंडी शहर में हुआ था. प्रो. सिम्मी की दो छोटी बहनें हैं. प्रो. सिम्मी ने एमए और पीएचडी हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी शिमला से की थी. उनकी शादी 8 अप्रैल 1992 को मुकेश अग्निहोत्री से हुई. वह सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर भी लगातार सक्रिय रहीं. तीन माह पहले ही उनकी एक पुस्तक इंपावरिंग ट्राइब्स, अ पाथ टू वर्ड्स सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रकाशित हुई थी, जिसका लोकार्पण राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने करीब तीन माह पहले किया था.

12 फरवरी को रखा था माता का जागरण

प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश की यूनिवर्सिटी के पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट में प्रोफेसर थीं. वह 12 फरवरी को हरोली क्षेत्र के बाथू में माता का जागरण करने वाली थी. इसके लिए वह पिछले काफी दिनों से तैयारी में जुटी हुईं थीं. प्रो. सिम्मी के साथ उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री भी तैयारियों में लगी थीं, आस्था मां का सहयोग करने के लिए दो दिन पहले ही नीदरलैंड से आईं थीं, लेकिन उससे पहले ही यह दुखद हादसा हो गया.